पूर्वांचल में मौसम कहर, बिजली गिरने से दो बच्चों समेत 11 की मौत
आंध्रा उड़ीसा के तट पर कम दबाव का पूर्वांचल में असर
पूर्वांचल में मौसम के कहर के पीछे बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र है। मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पाण्डेय ने बताया कि आंध्रा और उड़ीसा के तट पर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव काक्षेत्र बना है। इसके चलते नम हवाएं पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर आ रही हैं। इन्हीं नम हवाओं के चलते थंडर स्टाॅर्म बन रहा है और तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिर रही है। उन्होंने बताया कि अभी देा से तीन दिन तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। हालांकि 30 सितम्बर तक माॅनसून भी होने के चलते बूंदा-बांदी लगी रहने का अंदेशा है।
रविवार को आकाशीय बिजली गिरने से 13 मरे
रविवार की दोपहर बाद अचानक हुई भारी बारिश और वज्रपात से वाराणसी व आसपास के जिलों में 12 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इसमें एक की मौत शनिवार को आकाशीय बिजली गिरने से हुई। वाराणसी में रविवर को किसान समेत दो युवकों की जान चली गयी, जबकि मिर्जापुर में 70 वर्षीय वृद्घा, दो महिलाएं और एक बालिका समेत चार की मौत हुई। यहां करीब चार दर्जन मवेशी मर गए और कई गंभीर रूप से झुलस गए। इसी तरह भदोही में भी किसान समेत दो की मौत हुई, साथ ही जौनपुर में भी दो मौतें हुईं। चंदौली जिले में भी दो लोगों की मौत आकाशीय बिजली की चपेट में आकर हो गई।