23 अप्रैल को मारी थी गोली बता दें कि आरक्षी चालक यशवंत सिंह ने मुख्य आरक्षी चालक ने 23 अप्रैल को खुद को गोली मारी थी। इससे पूर्व यशवंत ने 23 अप्रैल की सुबह अपने बेटे को ह्वाट्सएप पर सुसाइड नोट भेजा था। सुसाइड नोट के अनुसार एक बेटे की बीमारी के दौरान छुट्टी न मिलने की वजह से वो परेशान थे।
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UP के इस जिले में पुलिस वाले ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को मार ली गोली, हालत चिंताजनक सीपी को संबोधित सुसाइड नोट में दी थी पूरी जानकारी पहले सुसाइड नोट लिखा था। उन्होंने खुद को गोली मारने के पहले बेटे को व्हाट्सएप पर सुसाइड नोट भेजा था। इसमें उन्होंने ने सीधे तौर पर थाना प्रभारी पर छुट्टी के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया और अपनी मौत होने पर जिम्मेदार बताया था। घटना के दो दिन बाद ही पुलिस आयुक्त ने सुधीर कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया था। प्रकरण में जांच भी चल रही है।
22 अप्रैल को ही वो आजमगढ़ स्थित घर से आए थे यशवंत बतया जाता है कि यशवंत आजमगढ़ के मेहनगर थाना के पवनी खुर्द गांव के मूल निवासी रहे। 53 वर्षीय यशवंत सिंह 15 अप्रैल को छुट्टी लेकर घर गए थे। घर से वो 22 अप्रैल को ही लौटे थे। वो वाराणसी पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में रहते थे। नाइट ड्यूटी के बाद पहड़िया मंडी में स्थित धर्मकांटा के समीप पहुंचे। नाइट अफसर सूर्यवंश यादव ने चाय पीने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया। वो सरकारी जीप में ही बैठे रहे। जीप से पुलिसकर्मियों के उतरने के बाद यशवंत ड्राइविंग सीट पर बैठे और अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से अपने सिर में गोली मार ली।
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पुलिस वाले का खुदकुशी का प्रयासः पुलिस कमिश्नर ने थाना प्रभारी को किया लाइनहाजिर थाना प्रभारी किए जा चुके हैं लाइन हाजिर, चल रही है विभागीय जांचलालपुर- पांडेयपुर थाने के सरकारी जीप चालक यशवंत सिंह के अपनी ही लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार कर खुदकुशी के प्रयास के मामले की जांच जारी है। ये जांच एडिशनल एसपी को सौंपी गई है। इतना ही नहीं सिंह द्वारा बेटे को भेजे गए सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने फिलहाल थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है। उन्होंने कहा है कि मामले की चल रही जांच की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।