जयपुर. राजधानी में शनिवार को दस घंटे जमकर मेघ (Heavy rain in Jaipur) बरसे। पिछले दस वर्ष का रेकॉर्ड टूट गया। जुलाई के महीने में इस शनिवार को सर्वाधिक 7.32 इंच (183 मिलीमीटर) बारिश दर्ज की गई है। बारिश का दौर तड़के चार बजे शुरू हुआ जो दोपहर दो बजे तक चला। इस दौरान मूसलाधार बारिश से शहर जलमग्न हो गया। भट्टा बस्ती व सुभाष चौक इलाके में मकान ढह गए। पुलिस व सिविल डिफेंस की टीम ने आठ जनों को सुरक्षित बाहर निकाला। मानसून के इस सीजन की पहली तेज बारिश से शहर के बाहरी इलाकों में बांध लबालब हो गए तो झरने बहने लगे। शाम को शहरवासियों ने आउटिंग पर निकल गए मौसम का जमकर लुत्फ उठाया।
वायरल हुई जयपुर की बारिश
मौसम विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक साल 2013 से 2022 के बीच जुलाई में अधिकतम 93.8 मिमी बरसात साल 2019 में दर्ज की गई थी। वहीं इस महीने का शहर का ऑल टाइम रेकॉर्ड 326 मिमी बरसात का है, जो कि वर्ष 1981 में हुई थी। शनिवार को 4.4 डिग्री की गिरावट के साथ अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, शहर में हुई जोरदार बरसात दिनभर सोशल मीडिया पर वायरल होती रही। लोगों ने बारिश, झरने व जलभराव के वीडियो व पोस्ट शेयर किए।
दोपहर दो बजे घरों में कैद रहे लोग
शहर की छोटी-छोटी गलियां तो क्या, मुख्य सडक़ें पर भी जल सैलाब आ गया। कॉलोनियों का मुख्य सड़क से संपर्क टूट गया। घरों में सुबह अखबार नहीं पहुंचे, लोग दूध-सब्जी भी नहीं ला सके। दो बजे बाद जब सड़कों से पानी उतरने लगा तब लोग बाहर निकले। नगर निगम और जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम पर जलभराव व नुकसान की करीब 250 शिकायत आईं। प्रशासन के साधन-संसाधन दिनभर इधर से उधर दौड़ते रहे, लेकिन आमजन को जल्द राहत नहीं दिला सके। अजमेर रोड, सीकर रोड, परकोटा, झोटवाड़ा, सिविल लाइंस, टोंक रोड, सांगानेर समेत कई इलाकों में छह से नौ घंटे तक बिजली गुल रही। बिजली गुल होने की 400 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुई।