जयपुर। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी युक्त अमावस्या पर आज दिवाली का त्योहार मनाया जा रहा है। दिवाली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जो धन और समृद्धि की देवी हैं। इस साल दिवाली का पर्व आज यानी 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
ज्योतिषाचार्य पं. सुरेश शास्त्री के अनुसार लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल में करना शुभ माना गया है। प्रदोष काल शाम 5:42 मिनट से रात 8:18 बजे तक रहेगा। वहीं स्थिर लग्न, वृष लग्न स्थिर नवांश में धन की देवी की आराधना व पूजन श्रेष्ठ रहता है। स्थिर लग्न, वृष लग्न व स्थिर नवमांश कुंभ में शाम 6 बजकर 43 मिनट 50 सेकंड से शाम 6:59 बजे तक 12 मिनट का समय लक्ष्मी पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ रहेगा। लक्ष्मी पूजन के लिए प्रदोष काल श्रेष्ठ समय रहता है।