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166 बालिकाएं और महिलाएं सीख रही जीवनोपयोगी हुनर

गर्मियों की छुट्टियों को रचनात्मक रूप देने के उद्देश्य से भगवान झूलेलाल महिला मंडल द्वारा शहर के झूलेलाल मंदिर परिसर में नि:शुल्क समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। 28 मई से प्रारंभ हुए इस शिविर में प्रतिदिन शाम पांच से सात बजे तक 166 बालिकाएं व महिलाएं विभिन्न हुनर सीख रही हैं।

झूलेलाल मंदिर में नि:शुल्क समर कैंप का आयोजन

28 मई से प्रारंभ हुआ शिविर, 20 जून को होगा समापन

झूलेलाल मंदिर में नि:शुल्क समर कैंप का आयोजन

166 बालिकाएं और महिलाएं सीख रही जीवनोपयोगी हुनर
28 मई से प्रारंभ हुआ शिविर, 20 जून को होगा समापन

बाड़मेर।
गर्मियों की छुट्टियों को रचनात्मक रूप देने के उद्देश्य से भगवान झूलेलाल महिला मंडल द्वारा शहर के झूलेलाल मंदिर परिसर में नि:शुल्क समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। 28 मई से प्रारंभ हुए इस शिविर में प्रतिदिन शाम पांच से सात बजे तक 166 बालिकाएं व महिलाएं विभिन्न हुनर सीख रही हैं।

कैंप में कुकिंग, डांस, ढोलक, इंग्लिश स्पीकिंग, ब्यूटी पार्लर कोर्स, मेहंदी डिज़ाइनिंग और सिलाई जैसे व्यावहारिक एवं रोजगारपरक प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। इन विधाओं में प्रशिक्षित विशेषज्ञों द्वारा नि:शुल्क सेवाएं दी जा रही हैं, जिससे प्रतिभागी आत्मनिर्भता की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं। शिविर में महिलाओं की विशेष रुचि ऐसे विषयों में देखने को मिल रही है जो न केवल दैनिक जीवन में काम आते हैं, बल्कि भविष्य में स्वरोजगार का साधन भी बन सकते हैं।

प्रतिभागियों की जुबानी
अब मैं दुल्हन को तैयार कर सकती हूं
मेरी रुचि हमेशा से ब्यूटी पार्लर कोर्स में थी। इस कैंप में मेकअप, हेयर स्टाइलिंग, नेल आर्ट, वैक्सिंग और फेशियल की बारीकियां सीखी हैं। अब मैं दुल्हन का श्रृंगार भी कर सकती हूं।
ऊषा मेघानी, प्रतिभागी

मटर पनीर और मलाई कोपता बनाना सीखा
मैंने कुकिंग क्लास चुनी। इसमें मटर पनीर, मलाई कोफ्ता जैसे व्यंजन बनाना सीखा। रेसिपी की बारीकियां समझ में आई हैं।
लवीना खींयाणी, प्रतिभागी

दुल्हन तैयार करने की बारीकिया सीखाई
समर कैंप में मैंने 53 छात्राओं व महिलाओं को व्यूटी पालज़्र का कोसज़् करवाया है। उन्हें दुल्हन तैयार करने की बारीकियां के साथ सावधानियां बताई है। सभी को मेकअप, हेयर स्टाइलिंग, नेल आर्ट, वैक्सिंग और फेशियल की जानकारी दी है।
रीना तनसुखाणी
प्रशिक्षक

मेहंदी की बारीकियों से महिलाएं हो रही आत्मनिर्भर
मैं शिविर में मेहंदी टीचर के रूप में नि:शुल्क सेवाएं दे रही हूं। छात्राओं को अलग-अलग डिजाइन और तकनीकें सिखा रही हूं। सभी महिलाएं और बालिकाएं पूरे उत्साह से सीख रही हैं।
कविता राठी, प्रशिक्षक

166 मातृ शक्ति ने शिविर का लिया लाभ
कैंप की आयोजनकताज़् मीना ठाकवानी व ऊषा खींयाणी ने बताया कि 190 आवेदन प्राप्त हुए थे। 166 बालिकाओं व महिलाएं कैंप में आ रही हैं। कैंप में सिलाई के गुण दया हरगुण, ब्यूटी पालज़्र रीना तनसुखानी, ढोलक जया, सुनिता व कविता, मेहंदी में कविता राठी, नृत्य में खुशी वाडवानी, आर्ट एण्ड क्राफ्ट स्नेहा व नेहा और कुकिंग विधि खीयाणी नि:शुल्क सिखा रही हैं। आयोजन में जया कृपलानी, जानु खूबचंदानी व प्रिया खींयाणी का विशेष योगदान है।

कैंप में कुकिंग, डांस, ढोलक, इंग्लिश स्पीकिंग, ब्यूटी पालज़्र कोसज़्, मेहंदी डिज़ाइनिंग और सिलाई जैसे व्यावहारिक एवं रोजगारपरक प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। इन विधाओं में प्रशिक्षित विशेषज्ञों द्वारा नि:शुल्क सेवाएं दी जा रही हैं, जिससे प्रतिभागी आत्मनिभज़्रता की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं। शिविर में महिलाओं की विशेष रुचि ऐसे विषयों में देखने को मिल रही है जो न केवल दैनिक जीवन में काम आते हैं, बल्कि भविष्य में स्वरोजगार का साधन भी बन सकते हैं।

प्रतिभागियों की जुबानी
अब मैं दुल्हन को तैयार कर सकती हूं
मेरी रुचि हमेशा से ब्यूटी पालज़्र कोसज़् में थी। इस कैंप में मेकअप, हेयर स्टाइलिंग, नेल आटज़्, वैक्सिंग और फेशियल की बारीकियां सीखी हैं। अब मैं दुल्हन का श्रृंगार भी कर सकती हूं।
ऊषा मेघानी, प्रतिभागी

मटर पनीर और मलाई कोफ्ता बनाना सीखा
मैंने कुकिंग क्लास चुनी। इसमें मटर पनीर, मलाई कोफ्ता जैसे व्यंजन बनाना सीखा। रेसिपी की बारीकियां समझ में आई हैं।
लवीना खींयाणी, प्रतिभागी

दुल्हन तैयार करने की बारीकिया सीखाई
समर कैंप में मैंने 53 छात्राओं व महिलाओं को व्यूटी पार्लर का कोर्स करवाया है। उन्हें दुल्हन तैयार करने की बारीकियां के साथ सावधानियां बताई है। सभी को मेकअप, हेयर स्टाइलिंग, नेल आर्ट, वैक्सिंग और फेशियल की जानकारी दी है।
रीना तनसुखाणी
प्रशिक्षक

मेहंदी की बारीकियों से महिलाएं हो रही आत्मनिभज़्र
मैं शिविर में मेहंदी टीचर के रूप में नि:शुल्क सेवाएं दे रही हूं। छात्राओं को अलग-अलग डिजाइन और तकनीकें सिखा रही हूं। सभी महिलाएं और बालिकाएं पूरे उत्साह से सीख रही हैं।
कविता राठी, प्रशिक्षक

166 मातृ शक्ति ने शिविर का लिया लाभ
कैंप की आयोजनकताज़् मीना ठाकवानी व ऊषा खींयाणी ने बताया कि 190 आवेदन प्राप्त हुए थे। 166 बालिकाओं व महिलाएं कैंप में आ रही हैं। कैंप में सिलाई के गुण दया हरगुण, ब्यूटी पालज़्र रीना तनसुखानी, ढोलक जया, सुनिता व कविता, मेहंदी में कविता राठी, नृत्य में खुशी वाडवानी, आटज़् एण्ड क्राफ्ट स्नेहा व नेहा और कुकिंग विधि खीयाणी नि:शुल्क सिखा रही हैं। आयोजन में जया कृपलानी, जानु खूबचंदानी व प्रिया खींयाणी का विशेष योगदान है।