तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में बीते लगभग 3 महीनों से चल रहे नाविक संघ और प्रशासन के बीच नावों में लगाए जाने वाले इंजन को लेकर मांग अब सुलझ गई है। गुरुवार दोपहर विधायक नारायण पटेल, कलेक्टर ऋषव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय और पुनासा एसडीएम शिवम प्रजापति ने ओंकारेश्वर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और विभिन्न प्रकार के इंजन का निरीक्षण किया। जिसके बाद पेट्रोल के तीन इंजन को सहमति दी गई।
नाविक संघ अध्यक्ष कैलाश भंवरिया ने बताया कि प्रशासनिक टीम ने साधारण पेट्रोल इंजन का निरीक्षण कर यह ध्यान दिया कि इंजन का साउंड न्यूनतम हो ताकि नर्मदा नदी की पवित्रता और शांति भंग न हो। नदी में रह रहे जीव जंतुओं को भी नुकसान ना हो इन बातों को ध्यान में रखते हुए साधारण पेट्रोल इंजन पर विचार-विमर्श और निरीक्षण किया गया। जिसके बाद कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने साधारण पेट्रोल इंजन को मंजूरी देने की सहमति जताई। इससे तीर्थ क्षेत्र की गरिमा बनी रहेगी और नाविकों का व्यवसाय भी सुचारु रूप से चलता रहेगा।
बैटरी इंजन का भी विकल्प तलाशा
इस निर्णय से लगभग 400 नाविक परिवार में संतोष की भावना है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में ओंकारेश्वर में नौका संचालन बिना किसी विवाद के नियमित रूप से चलता रहेगा। उल्लेखनीय है कि डीजल इंजन से होने वाले प्रदूषण के चलते पहले बैटरी वाले इंजन का भी परीक्षण किया गया था, लेकिन बैटरी क वजन और चार्जिंग समस्या के चलते उसे नकार दिया गया। इसके बाद स्पीड बोट का ऑप्शन भी लिया गया, लेकिन नर्मदा की भौगोलिक स्थिति में ये भी उपयोगी नहीं साबित हुआ। जिसके बाद अलग-अलग पेट्रोल इंजन का भी ट्रायल लिया गया था। गुरुवार को फायनल परीक्षण के बाद इसे मंजूरी दी गई।
तीन इंजन फाइनल किए
तीन अलग-अलग कंपनियों के पेट्रोल इंजन फायनल कर दिए है, जिनका आदेश भी निकाला जा रहा है। नाविक अपनी सुविधा अनुसार इनमें से कोई भी इंजन लगा सकते हैं। अब किसी भी कीमत पर डीजल इंजन का उपयोग नहीं किया जाएगा, अन्यथा कार्रवाई होगी।
ऋषव गुप्ता, कलेक्टर