डंडापुरा निवासी शिक्षक राकेश शर्मा ने बताया कि उनके बेटे दीपक शर्मा का विवाह 29 जनवरी की रात आशीष मंगल वाटिका से हो रहा था। रात करीब 10 बजे का वक्त था। दोपहर को वे बैंक के लॉकर से करीब 36 तौला सोने के जेवरात दुल्हन के लिए लेकर आए थे। ये जेवरात चढ़ावे के लिए थे। ये बैग राकेश ने अपनी पत्नी के सुपुर्द कर दिया था, लेकिन रात करीब 10 बजे वरमाला के बाद पत्नी को जब स्टेज पर फोटो खिंचवाने के लिए बुलवाया गया तो वे साथ में बैठीं 78 वर्षीय अपनी सास को हाथ में वे जेवर का बैग थमा कर आगे बढ़ गईं। इसी दौरान उनकी सास भी कुर्सी पर बैग रखकर किसी को छोडऩे के लिए चार कदम आगे बढ़ीं, वैसे ही किसी ने उनका बैग उड़ा लिया। जब वे वापस लौटीं तो बैग गायब हो चुका था। बाद में ढुुंढाई हुई। फोटो कैमरे, वीडियो शूटिंग के कैमरे को खंगाला गया तो करीब 12 साल का एक बच्चा संदेह के घेरे में आया, जो परिवार या रिश्तेदारों में से किसी का नहीं था।
पड़ताल हुई तो राकेश शर्मा की मां ने बताया कि यह लड़का काफी देर से बाजू की कुर्सी पर बैठा था। फोटो शूटिंग में यह भी बात पकड़ में आई कि यह बच्चा करीब दोपहर एक बजे से गार्डन में मौजूद था। सिविल लाइन पुलिस ने करीब 13 लाख रुपए की चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है। पीडि़त परिवार ने उस बच्चे का फोटो भी पुलिस के हवाले कर दिया है।