20 लाख में सिखाएंगे सफाई के मायने नपा से मिली जानकारी के मुताबिक स्वच्छता के इस कार्य में नागरिकों को जागरुक करने के लिए दो एनजीओ को कार्य सौंपा गया है। इन एनजीओ में साई्रं श्रद्धा समिति रतलाम एवं गुरू टेक्नोलॉजी भोपाल को दस-दस लाख रुपए की राशि का कार्य सौंपा गया है। यह एनजीओ संयुक्त रूप से लोगों की जागरुकता के लिए कार्य कर रहे हैं। यह कार्य जनवरी से अपै्रल माह तक चलेगा और एनजीओ द्वारा किए गए कार्यों का मूल्यांकन कर उन्हें राशि का वितरण किया जाएगा। यह करना है एनजीओ को स्वच्छता कार्य से जुड़े इन एनजीओ का कार्य जागरुकता रैली निकालना, दीवालों पर चित्रकारी, कचरा सड़क पर फैंकने एवं खुले में शौच पर रोकोटोको अभियान, किसी स्थान पर गंदगी दिखने पर नपा को जानकारी देना, कचरे से खाद बनाने के लिए स्थान तलाशना, स्कूलों में जाकर स्वच्छता पर चित्रकला प्रतियोगिता कराना, घर-घर जाकर मटके में खाद बनाने की तरीके बताना, पेम्पलेट, बिल्ले आदि का वितरण, स्वच्छता के ऑनलाइन कार्य में नपा की मदद आदि कार्य करना है। कचरे से खाद बनाने कंपनी को देंगे 10 लाख नपा से मिली जानकारी के अनुसार स्वच्छता के इस कार्य में टे्रचिंग ग्राउंड पर कचरे से खाद बनाने का यह कार्य भी कार्य कराया जा रहा।
करीब 10 लाख का यह कार्य पीवी रमन कंपनी कर रही है। यह कार्य छह माह से जारी है और एक वर्ष का टेंडर है। कंपनी 10 लाख का खाद बनाकर देगी। कंपनी के कार्य को देखने के बाद कंपनी को राशि का भुगतान होगा। हर माह सफाई पर 75 लाख हो रहे खर्च वहीं नगरपालिका हर माह सफाई पर करीब 75 लाख रुपए खर्च कर रही है। नपा में सफाई कर्मचारियों की संख्या करीब 550 बताई गई। इनके वेतन पर करीब 60 लाख रुपए खर्च हो रहे वहीं करीब सफाई कार्य में लगे करीब 90 वाहनों के डीजल पर लगभग 10 लाख रुपए का व्यय आ रहा है। मरम्मत व अन्य कार्य में करीब 5 लाख रुपए और खर्च होते हैं इस तरह शहर की सफाई कार्य में हर माह नपा को 75 लाख रुपए तक खर्च करना पड़ रहा है।
स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार टॉप टेन में आने की उम्मीद है। पिछली बार हम 147 नंबर पर थे। इस बार नागरिक पहले से ज्यादा जागरुक हुए हैं। जनप्रतिनिधियों का भी अच्छा सहयोग मिल रहा इसलिए पहले की अपेक्षा बेहतर स्थिति रहेगी। –मुकेश टंडन, अध्यक्ष, नगरपालिका