प्रदेश के कई जिलों में तो करीब एक से डेढ़ साल पूर्व सभी अवैध कॉलोनियों को वैध कर दिया गया था, लेकिन जिला मुख्यालय का आलम यह है कि नगर की अवैध कॉलोनियों की सूची तो डेढ़ वर्ष पूर्व जैसे-तैसे बना ली गई। वहीं आठ माह पूर्व इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई। इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। आगे की कार्रवाई नपा द्वारा नहीं किए जाने के कारण अंतिम सूचना का प्रकाशन अब तक नहीं हो सका है और अवैध कॉलोनियों की सूची बन जाने के बावजूद न तो वे वैध हो सकीं और न ही इनके खिलाफ कार्रवाई हो सकी।
शहर में जगह-जगह बन रहीं अवैध कॉलोनियां
शहर में जहां देखों वहां अवैध कॉलोनियां बनने का काम चल रहा है। पूरनपुरा, अहमदपुर मार्ग, सौंठिया रोड, आमवाली कॉलोनी के पास, सुनपुरा मार्ग, रायपुरा बस्ती के आसपास, मंडी रोड सहित जतरापुरा आदि क्षेत्रों में अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं।
शहर में जहां देखों वहां अवैध कॉलोनियां बनने का काम चल रहा है। पूरनपुरा, अहमदपुर मार्ग, सौंठिया रोड, आमवाली कॉलोनी के पास, सुनपुरा मार्ग, रायपुरा बस्ती के आसपास, मंडी रोड सहित जतरापुरा आदि क्षेत्रों में अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं।
यह है वैध करने का नियम
नपा के अनुसार कोई भी नई कॉलोनी बनती है, तो निर्माण की अनुमति के साथ ही टाउन एंड कंट्री प्लानिंग की अनुमति के साथ ही कुछ अन्य अनुमतियां लेना होती है। वहीं समस्त कार्रवाई हो जाने के बाद नपा समस्त रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय में प्रस्तुत करते हैं। उसके बाद नोटिफिकेशन निकाला जाता है।
नपा के अनुसार कोई भी नई कॉलोनी बनती है, तो निर्माण की अनुमति के साथ ही टाउन एंड कंट्री प्लानिंग की अनुमति के साथ ही कुछ अन्य अनुमतियां लेना होती है। वहीं समस्त कार्रवाई हो जाने के बाद नपा समस्त रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय में प्रस्तुत करते हैं। उसके बाद नोटिफिकेशन निकाला जाता है।
यह होना चाहिए सुविधाएं
कॉलोनी काटी जाती है, तो उसमें वहां के रहवासियों की समस्त सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है। इसके बाद यह कॉलोनी बनाने की अनुमति दी जाती है। कॉलोनी में पुख्ता सड़क, नाली, बिजली, पानी के इंतजाम होना चाहिए। वहीं बच्चों और बड़ों के लिए पार्क सुविधा, पास में स्कूल होना चाहिए। पास में स्कूल होना चाहिए। इसके साथ ही अन्य सभी सुविधाओं का ध्यान रखा जाना चाहिए। लेकिन अवैध कॉलोनियों में नागरिकों की किसी भी सुविधा का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। बस अपने फायदे के लिए कॉलोनियां काटने का काम चल रहा है।
कॉलोनी काटी जाती है, तो उसमें वहां के रहवासियों की समस्त सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है। इसके बाद यह कॉलोनी बनाने की अनुमति दी जाती है। कॉलोनी में पुख्ता सड़क, नाली, बिजली, पानी के इंतजाम होना चाहिए। वहीं बच्चों और बड़ों के लिए पार्क सुविधा, पास में स्कूल होना चाहिए। पास में स्कूल होना चाहिए। इसके साथ ही अन्य सभी सुविधाओं का ध्यान रखा जाना चाहिए। लेकिन अवैध कॉलोनियों में नागरिकों की किसी भी सुविधा का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। बस अपने फायदे के लिए कॉलोनियां काटने का काम चल रहा है।
बायपास पर धड़ल्ले से कट रहीं अवैध कॉलोनियां
ने शनल हाइवे के बायपास की स्थिति तो यह है कि मिर्जापुर से लेकर सांची रोड स्थित अग्रवाल स्कूल तक जगह-जगह कई अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं। इनमें से कुछ अवैध कॉलोनियों में तो बकायदा प्लाट काटने का काम भी शुरू हो गया है। कहीं रोड डाल दिया गया है, तो कहीं पाइपलाइन डाली जा रही है। जबकि इनके पास किसी भी तरह की कोई परमीशन नहीं है।
ने शनल हाइवे के बायपास की स्थिति तो यह है कि मिर्जापुर से लेकर सांची रोड स्थित अग्रवाल स्कूल तक जगह-जगह कई अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं। इनमें से कुछ अवैध कॉलोनियों में तो बकायदा प्लाट काटने का काम भी शुरू हो गया है। कहीं रोड डाल दिया गया है, तो कहीं पाइपलाइन डाली जा रही है। जबकि इनके पास किसी भी तरह की कोई परमीशन नहीं है।
करीब 36 अवैध कॉलोनियों को वैद्य करने की प्रक्रिया जारी है। नोटिफिकेशन निकालना बाकी है। इसके बाद एसडीएम कार्यालय से उक्त कॉलोनियों का सर्वे करवाया जाएगा। जिसकी रिपोर्ट के आधार पर अवैध कॉलोनियों को वैध कर दिया जाएगा। वहीं नगर में जहां भी अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं, जांच कर कार्रवाई की जाएगी। एक-दो अवैध कॉलोनियां तो कहीं न कहीं बनती रहती हैं। जिसकी सूचना मिलने पर रजिस्ट्रार को सूचित कर वहां किसी की रजिस्ट्री नहीं करने के लिए कह दिया जाता है।
-अनिल पिप्पल, एई एवं योजना प्रभारी, नपा, विदिशा
-अनिल पिप्पल, एई एवं योजना प्रभारी, नपा, विदिशा
अवैध कॉलोनियों को वैध करने का काम लंबे समय से ठंडे बस्ते में था। मैं अब इसको दिखवाता हूं और सभी अवैध कॉलोनियों को नियमानुसार जल्द वैध किया जाएगा।
-सुधीरसिंह, सीएमओ, विदिशा
-सुधीरसिंह, सीएमओ, विदिशा