संख्या के हिसाब से राशि मिलती है
राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देशानुसार जिलेभर के कक्षा एक से आठ तक के सभी शासकीय स्कूल्स में पुताई, मरम्मत कार्य, खिड़की-दरवाजे दुरुस्त करने सहित अन्य तमाम व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन जिले मुख्यालय के कई शासकीय स्कूल ही अब तक दुरुस्त नहीं हो सके हैं, तो ग्रामीण क्षेत्रों की क्या हालत होगी अंदाजा लगाया जा सकता है। जबकि भवन मरम्मत के लिए हर साल स्कूल्स को छात्रों की संख्या के हिसाब से राशि मिलती है। लेकिन इसके बाद भी भवन खस्ताहाल हैं।
प्रवेश द्वार ही नहीं
पुलिस लाइंस स्थित शासकीय प्राथमिक शाला की स्थिति यह है कि यहां प्रवेश द्वार ही नहीं है। ऐसे में मवेशी इसमें विचरण करते रहते हैं। वहीं उसके एकदम सामने बड़ा नाला है, जिसे पार कर ब’चों को स्कूल जाना पड़ेगा। लेकिन नाला पर तीन फर्शियां मात्र हैं। ऐसे में नाला पार कर बच्चों को स्कूल जाना पड़ेगा, जिससे उनके इसमें गिरने का खतरा मंडराएगा। लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।
दरवाजे टूट, छत से टपकता है पानी
सूवात लाइंस स्कूल की स्थिति यह है कि यहां के दरवाजे ही खस्ताहाल हो रहे हैं। वहीं यहां मौजद स्टॉफ ने बताया कि बारिश में छत टपकती है, ऐसे में एक-दो कक्ष में ही सभी ब’चों को बिठाकर पढ़ाई कराना पढ़ती है। पुलिस लाइंस स्थिति स्कूल में भी छतों की मरम्मत अब तक नहीं हो पाने क कारण जरा सी बारिश में छत से पानी टपकता है। यह स्थिति शहर के कई स्कूल भवनों में देखने को मिल जाएगी।
स्कूल के पास गंदगी का ढेर
स्कूल खुलने का समय नजदीक है, लेकिन कई स्कूल के आसपास अब तक साफ-सफाई ही नहीं की गई है। हरिपुरा प्रायमरी स्कूल के बगल में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। जिससे स्कूल खुलने पर यहां आने वाले ब’चे बदबू और गंदगी के कारण परेशान होंगे। वहीं कई स्कूल के परिसर और आसपास गंदगी होने के कारण स्कूल में कचरा और पॉलीथिन आदि उड़कर पहुंचता है।
खिड़कियां तक नहीं हुईं दुरुस्त
माधवगंज क्रमांक दो कि स्थिति तो यह है कि यहां कि खिड़कियां तक दुरुस्त नहीं हो सकी हैं। ऐसे में बारिश में खिड़कियों से पानी की बौछारे कमरों में जाएंगीं और ब’चों की पढ़ाई प्रभावित होगी। इसी प्रकार माधवगंज क्रमांक एक में भी कई कक्षों के खिड़की-दरवाजे खस्ताहाल हो रहे हैं। रायपुरा प्रायमरी स्कूल के दो भवन तो इतने खस्ताहाल हैं, कि इनमें कक्षाएं लगाना ही संभव नही हैं।
जिलेभर में सभी बीआरसी के माध्यम से स्कूल प्राचार्य और एचएम को स्कूल खुलने के पूर्व सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अब तक किसी स्कूल में भवन मरम्मत सहित अन्य जरूरी कार्य नहीं करवाए गए हैं, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-सुरेश खांडेकर, डीपीसी, विदिशा