scriptमप्र में 600 की जगह हर साल बनेंगे 2600 डॉक्टर: शिवराज | 600 will be replaced every year in the state, 2600 doctors: Shivraj | Patrika News

मप्र में 600 की जगह हर साल बनेंगे 2600 डॉक्टर: शिवराज

locationविदिशाPublished: Sep 19, 2018 12:38:55 pm

अटलबिहारी वाजपेई चिकित्सा महाविद्यालय का लोकार्पण

news

सतना. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जन आर्शीवाद यात्रा बिरसिंहपुर से शुरुआत की। बिरसिंहपुर से लेकर उचेहरा तक सात सभा को संबोधित किया। कहा, कांग्रेस जहंा रही है वहां बंटाधार किया है। देश हो या मप्र, जहां जीतकर आई है, वह क्षेत्र विकास से पिछड गया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में चौथी बार भाजपा सरकार बनाने का दावा भी किया। बिरसिंहपुर, उचेहरा व नागौद में जन-सैलाब देखने को मिला।

विदिशा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को नवनिर्मित अटल बिहारी वाजपेई स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में मप्र में सिर्फ 6 मेडीकल कॉलेज थे, लेकिन मैंने उन्हें बढ़ाकर 16 कर दिया, इससे जहां पहले मात्र 600 डॉक्टर हर साल बनते थे, वहीं अब 2600 डॉक्टर हर साल बनेंगे और डॉक्टर्स की कमी दूर होगी।

मुख्यमंत्री ने कॉलेज परिसर में पूजन कर और फीता काटकर लोकार्पण किया। उन्होंने परिसर का निरीक्षण किया और सेमीनार हॉल में मेडीकल विद्यार्थियों और स्टॉफ को संबोधित किया। यहां से वे सीधे मंच पर पहुंचे और कन्या पूजन कर सीधे माइक अपने हाथ में ले लिया।

 

उन्होंने अपने काफी संक्षिप्त संबोधन में अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर मेडीकल कॉलेज के लोकार्पण को अपना सपना साकार होना और संकल्प पूरा होना बताया। उन्होंने कहा कि 600 करोड़ से ये मेडीकल कॉलेज बन रहा है, अभी 356 करोड़ का काम हुआ है। यहां 750 पलंग वाला आधुनिक अस्पताल भी बनाया जा रहा है, जिसमें हार्ट, लीवर, किडनी और कैंसर का भी उपार हो सकेगा।

उन्होंने बताया कि इस कॉलेज के पहले बैच के 29 विद्यार्थियों की फीस अच्छे अंक आने अथवा संबल योजना में छात्र के शामिल होने से सरकार भर रही है। उन्होंने कहा कि धन के अभाव में कोई विद्यार्थी पढ़ाई से वंचित नहीं रहेगा।

भाषण के बीच में ही कुर्सियां खाली
विदिशा में यह पहली बार हुआ कि मुख्यमंत्री मंच से भाषण दे रहे थे, उसी बीच अधिकांश कुर्सियां खाली हो गईं और लोग चले गए। कारण साफ नजर आ रहा था, प्रशासन ने भीड़ बढ़ाने के लिए स्कूली और कॉलेज के छात्र-छात्राओं को बसों में भर-भरकर बुलवा लिया था। बच्चे सुबह से स्कूल और फिर स्कूल से सीधे कार्यक्रम स्थल पर ले जाए गए।

शाम 6.30 बजे सीएम का मंच पर आगमन हुआ। वे और कितनी देर इंतजार करते। फिर भी काफी छात्र और छात्राएं घर लौटने के लिए परेशान हुए। हालांकि मंच पर उद्यानिकी मंत्री, सांसद को भी बोलने का मौका नहीं मिला और सीएम ने भी मात्र 10 मिनट बोलकर अपनी बात खत्म कर दी।

भोजनालय समिति भवन का शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने कॉलेज परिसर में ही सार्वजनिक भोजनालय समिति के नए भवन के लिए शिलान्यास और भूमि पूजन भी किया। अभी जिला चिकित्सालय परिसर में वर्षों से यह समिति एक रूपए में भरपेट भोजन मरीजों और उनके परिजनों को प्रदान करती आ रही है। अब यह सेवा नए मेडीकल कॉलेज और अस्पताल परिसर में भी शुरू होगी। सीएम ने समिति के इस कार्य की सराहना की।

कांग्रेस ने काले झंडे दिखाए
मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर प्रशासन बहुत चौकस था, लेकिन फिर भी कांग्रेसी अपना काम कर गए। उन्होंने पहले ही काले झंडे दिखाने की तैयारी कर रखी थी। इसकी खबर पुलिस को भी थी, लेकिन नीमताल पर शाम 4.30 बजे कुछ कांग्रेसियों ने सीएम के आने से पहले काले झंडे दिखाकर गिरफ्तारी दी, जिससे पुलिस आश्वस्त हो गई कि इनका प्रदर्शन खत्म हो गया। लेकिन होटल डिवाइन पर आनंदप्रताप सिंह अपने चंद साथियों के साथ मौजूद थे।

 

सीएम का काफिला जैसे ही स्टेडियम की ओर निकलना शुरू हुआ तो आनंद प्रताप ने नारेबाजी करते हुए उन्हें काले झंडे दिखाए और उनके वाहन के सामने काले झंडे फेंके। पुलिस को खबर लगती तब तक कांग्रेसी अपना काम कर चुके थे। फिर पुलिसकर्मियों ने आनंदप्रताप को बलपूर्वक पकड़ लिया।

सपाक्स का सांकेतिक प्रदर्शन
सपाक्स भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने और उनके पास तक जाने की बात कह रही थी, लेकिन माधवगंज पर एकत्रित सपाक्स कार्यकर्ता आज सीमित संख्या में और अपेक्षाकृत कमजोर नजर आए। उन्होंने पुलिस से कोतवाली तक जाने की अनुमति बार-बार मांगी, लेकिन एसडीएम, सीएसपी और टीआई ने उन्हें बढऩे नहीं दिया, करीब 50 से ज्यादा कार्यकर्ता यहां गिरफ्तार कर नई कृषि उपज मंडी में भेज दिए गए।

गुना के मेडीकल स्टूडेंट सीएम के पास पहुंचे
गुना में साक्षी मेडीकल कॉलेज के करीब 40 स्टूडेंट उनके कॉलेज की मान्यता रद्द होने से परेशान होकर सीएम से मिलने विदिशा आए। द्वितीय वर्ष के इन छात्रों में से बॉबी सिंह, यशिना और अपूर्वा पांडे आदि ने बताया कि समय रहते कॉलेज प्रबंधन ने एमसीआई की मान्यता के लिए जरूरी इंतजाम नहीं किए, जिससे मान्यता रद्द हो गई और अब हमारा भविष्य अंधकारमय हो रहा है। उन्होंने सीएम को अपनी समस्या बताई। सीएम ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया और विदिशा में ही प्रवेश के लिए प्रयास की बात कही।

कॉलेज छात्रों ने कार्यक्रम में जाने से किया इंकार
सभी कॉलेज, स्कूलों में बसें भेजकर सीएम के कार्यक्रम में पहुंचने के लिए कहा गया था। प्रशासन के आदेश के कारण स्कूल, कॉलेज प्रबंधन भी मजबूर था। मजबूरी में प्रबंधन ने अपने विद्यार्थियों को भेजा। लेकिन नवीन कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने जाने से इंकार कर दिया। कॉलेज प्राचार्य ने विद्यार्थियों को फोन करके बुलाया, लेकिन उन्होंने सीएम के कार्यक्रम में जाने से इंकार कर दिया और जमकर नारेबाजी की।

 

ट्रेंडिंग वीडियो