scriptpolice custody : बीपी की शिकायत बताकर पुलिस हिरासत से व्यापारी फरार | A business man abscond from police custody - Reporting BP's complaint | Patrika News

police custody : बीपी की शिकायत बताकर पुलिस हिरासत से व्यापारी फरार

locationविदिशाPublished: Jul 02, 2019 01:13:50 pm

Submitted by:

govind saxena

विदिशा का अंजलि आत्महत्या मामला

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विदिशा / लटेरी. अरिहंत विहार विदिशा में 10 मार्च 2018 को अंजलि गर्ग की छत से कूद कर आत्महत्या मामले में फिर मोड़ आया है। पूर्व में आरोपी बनाए गए मृतका के पति सुलभ गर्ग के बाद कोर्ट में बयान और पुलिस विवेचना के दौरान police custody पूर्व में दर्ज मृतका के ससुर, सास और नंद को भी पुलिस ने तलब किया है। लेकिन जब पुलिस मृतका के ससुर व्यापारी कैलाश गर्ग business man को गिरफ्तार करने लटेरी में उनकी दुकान पर पहुंची तो वे दवा खाने का बहाना घर के अंदर गए और चकमा देकर abscond वहां से गायब हो गए।

 

कैलाश गर्ग को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे
मृतका के पिता कैलाश नारायण अग्रवाल ने बताया कि अंजलि के केस में भादंवि की धारा 306 के तहत अंजलि के ससुर कैलाश गर्ग, सास मधु गर्ग और ननद शिल्पी के नाम भी आरोपियों में शामिल किए गए हैं। इस मामले में डीएसपी पिंकी जीवनानी ने लटेरी पुलिस को कैलाश गर्ग को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे, सब इंस्पेक्टर अजय चौहान कैलाश गर्ग की दुकान पर पहुंचे और उन्हें थाने लेकर आए, लेकिन थाने से गर्ग ने बीपी की शिकायत बताते हुए घर से गोली लाने को कहा। इस पर चौहान उन्हें लेकर फिर घर गए। वे दुकान बंद कर घर से गोली लेने का कहकर गए और फिर अंदर ही अंदर कहां गायब हो गए, पता नहीं चला। पुलिस खाली हाथ वापस लौट आई और कैलाश गर्ग पुलिस के हाथ से निकलकर गायब हो गए।

 

 

ये था मामला…
सिरोंज के कैलाश अग्रवाल की पुत्री अंजलि का विवाह १३ वर्ष पहले गल्ला व्यापारी सुलभ गर्ग से हुआ था। 10 मार्च 2018 को अरिहंत विहार स्थित सुलभ के घर की छत से गिरकर अंजलि की मौत हो गई। इस मामले में अंजलि के पिता ने उसके पति, ससुर, सास और ननद पर प्रताडि़त करने के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की गई थी, लेकिन पुलिस ने केवल पति सुलभ गर्ग को ही आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का आरोपी बनाया था।

 

इससे फरियादी पक्ष बहुत दुखी था, वह निरंतर इस मामले में लड़ रहा था। अंतत: बयान दर्ज हुए और अंजलि के ससुर को पुलिस ने गिरफ्तार करने का प्रयास किया। हालांकि यह प्रयास अभी सफल नहीं हो सका है। इस मामले में पुलिस पर आरोपी को भगा देने के आरोप भी लटेरी शहर में लगाए जा रहे हैं।

 

इस मामले में 164 के तहत बयान हुए थे। विवेचना में तीनों के नाम सामने आए हैं। कैलाश गर्ग को लाने के लिए लटेरी पुलिस से कहा गया था, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। वे फरार हुए हैं या नहीं यह मैं नहीं कह सकती, इतना तय है कि अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
पिंकी जीवनानी, डीएसपी विदिशा


डीएसपी जीवनानी ने कहा था कि जांच में कैलाश गर्ग की आवश्यकता है उन्हें बुलवाओ। इस पर सब इंस्पेक्टर अजय चौहान को भेजा था। आरक्षक कैलाश गर्ग की दुकान के सामने ही खड़ा था। वे दुकान को बंद करने का कहकर अंदर गए और फिर अंदर ही अंदर गायब हो गए। उन्हें थाने नहीं लाया गया।
बीएस सिसौदिया, एसडीओपी लटेरी

 



कैलाश गर्ग ने ब्लड प्रेशर की शिकायत बताई थी, उसकी उम्र भी ज्यादा है। दवा लेने के बहाने घर के अंदर गया, लेकिन शायद पीछे के किसी रास्ते से गायब हो गया। जहां तक मुझे जानकारी है उसे थाने नहीं लाया गया था। फिर भी इस केस में सब इंस्पेक्टर अजय चौहान और एक आरक्षक की लापरवाही है, उनसे लिखित स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
विनायक वर्मा, एसपी विदिशा

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