जब बारिश में रामलीला रोड और बेतवा पुल की खराब हालत पर चर्चा हुई थी तो तत्कालीन कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने एमपीआरडीसी के महाप्रबंधक, लोनिवि के कार्यपालन यंत्री और नपा सीएमओ को मौके पर भेजा था। उस समय एमपीआरडीसी के जीएम ने भरोसा दिलाया था कि दो-चार दिन में पानी रुकते ही सडक़ सही करा दी जाएगी। लेकिन वह समय आज तक नहीं आ सका। अब मिट्टी, धूल, कीचड़ सूख जाने और टूृटे मकानों का मलबा नपा द्वारा बदहाल सडक़ों पर बिखेर देने से उसकी धूल किसी भी वाहन के वहां से गुजरने पर बुरी तरह उड़ती है। स्थिति यह है कि इन सभी मार्गों से दुपहिया वाहन निकालना मुश्किल भरा होता है। धूल के कण और बारीक कंकड़ इस धूल के साथ उडकऱ लोगों की आंखों में पहुंच रहे हैं, जिससे उन्हें परेशान होना पड़ रहा है, लेकिन इस सबके बीच प्रशासन ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है।