मालूम हो कि यह मार्ग वर्षों से खस्ताहाल था। पूरे मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे हो रहे थे और यह मार्ग बारिश में कई जगह धसक गया था। वहीं गुठान के पास स्थित पुलिया आधी से ज्यादा धसक जाने के कारण हैवी वाहन चालकों को यहां से आने-जाने में दिक्कत होती थी।
लेकिन अब इस मार्ग से आने-जाने वाले नागरिकों की समस्या जल्द समाप्त होने वाली है। नगरपालिका द्वारा यहां कालीदास बांध के मुख्य गेट से लेकर स्टेट हाईवे तक सीसी सड़क बनाने का कार्य शुरु कर दिया गया है।
25 प्रतिशत से अधिक सड़क बनकर तैयार भी हो गई है। यह सड़क पांच से लेकर साढ़े पांच मीटर चौड़ाई की बनाई जा रही है। जिससे एक साथ चार पहिया दो वाहनों की आवाजाही एक साथ हो सकेगी।
डेढ़ करोड़ की लागत के दो मार्ग भी लगभग पूर्ण
कालीदास बांध मार्ग जोड़ से लेकर रामघाट, बहराबाबा घाट, महल घाट होते हुए शनि मंदिर तक पहुंचने वाला 1100 मीटर का मार्ग लगभग पूर्ण हो गया है। वाटरवक्र्स मार्ग से जुडऩा शेष है। वहीं स्टेट हाईवे से महलघाट तक का मार्ग भी बनकर पूर्ण हो गया है। यह दोनों मार्ग डेढ़ करोड़ की लागत से बनाए जा रहे हैं।
कालीदास बांध मार्ग जोड़ से लेकर रामघाट, बहराबाबा घाट, महल घाट होते हुए शनि मंदिर तक पहुंचने वाला 1100 मीटर का मार्ग लगभग पूर्ण हो गया है। वाटरवक्र्स मार्ग से जुडऩा शेष है। वहीं स्टेट हाईवे से महलघाट तक का मार्ग भी बनकर पूर्ण हो गया है। यह दोनों मार्ग डेढ़ करोड़ की लागत से बनाए जा रहे हैं।
इनका कहना है
80 लाख रुपए की लागत से 700 मीटर लंबाई का कालीदास बांध पहुंच मार्ग बनाया जा रहा है। पांच माह इसकी समयावधी है, लेकिन लगभग दो माह में बनकर तैयार हो जाएगा। जिसका लाभ नागरिकों को मिलेगा।
– आजाद जैन, इंजीनियर, नगरपालिका
80 लाख रुपए की लागत से 700 मीटर लंबाई का कालीदास बांध पहुंच मार्ग बनाया जा रहा है। पांच माह इसकी समयावधी है, लेकिन लगभग दो माह में बनकर तैयार हो जाएगा। जिसका लाभ नागरिकों को मिलेगा।
– आजाद जैन, इंजीनियर, नगरपालिका