परिसर को बड़े ही आकर्षक तरीके से सजाया गया था। एक पालने में भगवान कृष्ण को झूला झुलाने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही थी। श्रद्धालु भजनों की धुनों पर नाचते-गाते नजर आ रहे थे।
बल्कि यह कहा जाता है कि वह उसे बचाने के लिए नीचे उतरा है। वैसे ही प्रभु हम मानवों को बचाने के लिए किसी न किसी रूप में अवतरित होते हैं। उनका कभी जन्म नहीं होता बल्कि अवतार होता है। वहीं उन्होंने कहा कि देश में बुजुर्गों व महिलाओ का जिस तरह से अपमान और अनादर हो रहा है। वह बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। हम सबको बुजूर्गो व महिलाओं का सम्मान करना चाहिए।
इधर, लटेरी में श्रीराम कथा के लिए तैयार हो रही यज्ञशाला
वहीं लटेरी के तपोवन भूमि तालाब पर 18 जनवरी से नौ दिवसीय श्रीराम कथा शुरु होने वाली है। जिसके चलते कथा परिसर में यज्ञशाला बनने और पांडाल लगने का काम शुरु हो गया है।
वहीं लटेरी के तपोवन भूमि तालाब पर 18 जनवरी से नौ दिवसीय श्रीराम कथा शुरु होने वाली है। जिसके चलते कथा परिसर में यज्ञशाला बनने और पांडाल लगने का काम शुरु हो गया है।
श्रीराम मानस मंडल लटेरी इस श्रीराम कथा का आयोजन करवाया जा रहा है। कथा वाचक पंडित कपिल कुमार शर्मा श्रीराम कथा सुनाएंगे। यहां एक मंदिर भी बनवाया गया है, जहां कथा के अंतिम दिन भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा विधी-विधान से मंत्रोच्चारण के बीच होगी।
इस कथा को लेकर क्षेत्र में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। सभी इस आयोजन के लिए बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी कर रहे हैं। सुबह से यहां बन रही यज्ञशाला में सहयोग के लिए आ जाते हैं। वहीं इस आयोजन का प्रचार-प्रसार भी शहर से लेकर गांव-गांव में किया जा रहा है। आयोजक आयोजन को सफल बनाने के लिए पुरजोर मेहनत कर रहे हैं और सभी इसमें सहयोग भी कर रहे हैं।