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आदिवासी संस्कृति, धरोहर व परंपराओं को बचाने का आव्हान

locationविदिशाPublished: Aug 11, 2022 12:37:32 am

Submitted by:

Bhupendra malviya

विश्व आदिवासी दिवस पर हुए विभिन्न आयोजन

आदिवासी संस्कृति, धरोहर व परंपराओं को बचाने का आव्हान

आदिवासी संस्कृति, धरोहर व परंपराओं को बचाने का आव्हान

विदिशा। सर्व आदिवासी संघ ने विश्व आदिवासी दिवस पर जालौरी गार्डन में विभिन्न आयोजन किए। इस दौरान हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में समाज के निर्वाचित पदाधिकारियों का सम्मान किया गया। वहीं सांस्कृतिक आयोजन हुए व रैली निकाली। इस दौरान संघ के जिलाध्यक्ष बाबूसिंह ठाकुर ने समाजजनों का आव्हान किया कि हमारी आदिवासी संस्कृति, धरोहर व परंपराओं को न भूले उन्हें बचाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि गांव से समाज के लोग शहर में आते है और अपनी संस्कृति काे भूल जाते है, इसे कभी नहीं भुलाना चाहिए। उन्होंने कि देश की आजादी में आदिवासी क्रांतिकारियों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्हें पाठ्यपुस्तकों में स्थान दिया जाना चाहिए और समाजजनों को भी जनजाति गौरव व इतिहास को याद करते रहना चाहिए। इसके लिए उन्होंने हर घर में आदिवासी क्रांतिकारियों के चित्र लगाने की बात कही। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद रहे।

आदिवासी नृत्य व गीतों की हुई प्रस्तुति

संघ के जिलाध्यक्ष ठाकुर ने बताया कि कार्यक्रम में समाज के बच्चों ने आदिवासी नृत्यों व गीतों की प्रस्तुति दी और इन सभी को पुरस्कृत किया गया। वहीं जिला पंचायत चुनाव में निर्वाचित हुए आदिवासी समाज के पंच, सरपंच, जनपद व जिला पंचायत सदस्यों का भी सम्मान किया गया। इस दौरान एक रैली निकाली गई जो गाजेबाजों के साथ कार्यक्रम स्थल से अहमदपुर चौराहा पहुंची। इस रैली में आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। यहां से रैली तहसील कार्यालय पहुंंची जहां सर्व आदिवासी संघ ने तहसीदार को मांगों का ज्ञापन सौंपा। इसमें समाज की धर्मशाला के लिए स्थान दिए जाने, जाति प्रमाण पत्र, आदिवासियों के लिए भूमि के पट्टे, जिनके पास भूमि उन्हें पट्टे दिए जाने आदिवासी बस्तियों में बिजली व अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की गई है ।
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