script

70 दिन में हमने नीति और नियत का दिया परिचय

locationविदिशाPublished: Mar 05, 2019 10:34:30 pm

Submitted by:

Krishna singh

जय किसान ऋण माफी योजना कार्यक्रम में आए मुंख्यमंत्री कमलनाथ बोले-

patrika news

Chief Minister Kamal Nath says- In 70 days, we have introduced the policy and determination

विदिशा. प्रदेश के मुखिया कमलनाथ ने कहा कि 70 दिन में उनकी सरकार ने अपनी नीति और नियत का परिचय दिया है। यह तो सेंपल है, अगले पांच सालों में देखो क्या-क्या होता है। वे एसएटीआई कॉलेज में जय किसान ऋण माफी योजना के कार्यक्रम में किसानों को सम्मान-पत्र वितरित करने आए थे।
उन्होंने इस दौरान 36 गौशालाओं और गंजबासौदा से सिरोंज तक बनी 42 किमी सड़क का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार बनी तो पूर्व सरकार के कर्जा के कारण प्रदेश का खजाना खाली था, ऐसे में वचन-पत्र में जो कहा था, उसे पूरा करना हमारे सामने चुनौती था, लेकिन कर्जामाफी के साथ ही वचन-पत्र के सभी वादों को पूरा किया जा रहा है। तीन दिन में 25 लाख किसानों का कर्जा माफ होने जा रहा है। मप्र की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है। 70 प्रतिशत आबादी कृषि आधारित है। इसलिए जब तक कृषि क्षेत्र में क्रांति नहीं आएगी अर्थव्यवस्था नहीं सुधर सकती। किसानों का कर्जा माफ होने से समस्या हल नहीं होगी। हमे नई दृष्टि से कृषि क्षेत्र में देखना होगा। किसानों को जब तक उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिलता, कृषि क्षेत्र में सुधार नहीं हो सकता। कृषि क्षेत्र में नई क्रांति आए यह योजना हम बनाएंगे। उन्होंने महिला अपराध रोकने, बेरोजगारी दूर करने और किसानों को उचित मूल्य दिलाए जाने के लिए एक नक्सा तैयार करने की बात कही। डिफाल्टर ही नहीं खाताधारक किसानों का भी कर्जा माफ किया जा रहा है। गेहूं उत्पादन क्षेत्र में किसानों को जल्द सौगात मिलने वाली है। वहीं मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के हितग्राहियों को 48-48 हजार रुपए के चेक दिए।
नौजवानों का भविष्य बढ़ी चुनौती
उन्होंने कहा कि बेरोजगारों में आक्रोश है। इनमें तड़प है कि इन्हें व्यवसाय और रोजगार का मौका मिले। यदि यह मौका नहीं मिला तो इनके भविष्य का क्या, यह हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए जब तक मप्र में नया निवेश नहीं आए, रोजगार के अवसर नहीं मिल सकते। सिर्फ घोषणाओं और वादों से रोजगार नहीं मिलते। आज निवेशकों में प्रदेश के प्रति विश्वास का वातावरण है। मप्र में निवेश करने को तैयार हैं और हम विश्वास का ऐसा वातावरण तैयार कर रहे हैं, जिससे प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा निवेश होगा और प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। क्योंकि बगैर निवेश के रोजगार के नए मौके नहीं बनने वाले। उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों में जितने उद्योग लगे नहीं उससे ज्यादा बंद हो गए, तो बेरोजगारी कैसे दूर होती, लेकिन हमारी सरकार बेरोजगारी दूर करने के लिए इसका नक्सा तैयार कर रही है।
अब कमलनाथ को आजमा कर देखो
उन्होंने कहा कि शिवराज और मोदी को तो आजमा कर देख लिया अब कमलनाथ को भी आजमा लेना। उन्होंने कहा कि शशांक भार्गव को जिताकर यहां की जनता ने कांग्रेस या भार्गव का साथ नहीं दिया, बल्कि सच्चाई का साथ दिया है। कांग्रेस पर विश्वास किया है। इस विश्वास को लोस चुनाव में भी कायम रखना है और विदिशा का झंडा देश की संसद में लहराना है। इसलिए विकास की तस्वीर सामने रखकर सच्चाई का साथ देना। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भाजपा की पूर्व प्रदेश सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया और कहा कि नारों और वादों से कुछ नहीं होता, धरातल पर काम करने की जरूरत है। कार्यक्रम को प्रभारी मंत्री हर्ष यादव, विधायक शशांक भार्गव और गंजबासौदा के पूर्व विधायक निशंक जैन ने भी संबोधित किया।
बनाए गए थे तीन मंच
किसी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में ऐसा पहलीबार देखने को मिला जब एक साथ तीन मंच बनाए गए हों। वहीं जनता के बैठने के लिए भी तीन डोम बनाए गए थे। बीच वाले मंच पर मुख्यमंत्री के साथ प्रभारी मंत्री, क्षेत्रीय विधायक भार्गव, गंजबासौदा पूर्व विधायक जैन, कांग्रेस जिलाध्यक्ष शैलेंद्र रघुवंशी, पूर्व सांसद प्रतापभापनू शर्मा, वरिष्ठ नेता हृदयमोहन जैन, कांग्रेस पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. मेहताबसिंह यादव ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष वीरेंद्र पीतलिया आदि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के मंच के दांयी तरफ बने मंच पर कांग्रेस के करीब 30 से 40 नेता मौजूद रहे। वहीं बांयी तरफ मंच पर कलाकारों द्वारा मुख्यमंत्री के आने के पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जा रहीं थीं। कार्यक्रम के दौरान जपं अध्यक्ष रामदेवी ठाकुर, जपं पूर्व अध्यक्ष रंधीरसिंह ठाकुर, सुभाष बोहत, ज्योत्सना यादव अजय कटारे, अनुज लोधी, शैलेंद्र भदौरिया बिट्टू, संजय रघुवंशी गजार और मसर्रत शाहिद आदि मौजूद रहे।
विधायक ने सौंपा ज्ञापन
कार्यक्रम के दौरान मंच से विधायक शशांक भार्गव ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए मकोडिय़ा बांध निर्माण की स्वीकृति, बेरोजगारों के लिए विदिशा में गारमेंटस पार्क निर्माण, किसानों और युवाओं के लिए कृषि आधारित उद्योग स्थापित करने, सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय को विदिशा में संचालित करने, गंजबासौदा, सिरोंज रेल लाइन सुविधा देने, किसानों के हित में 200 रूपए प्रति क्विंटल बोनस देने सहित 12 मांगों के निराकरण की मांग की और मुख्यमंत्री को आवेदन सौंपा।
कलेक्टर और एसपी दौड़ते नजर आए
कार्यक्रम के समापन के बाद मुख्यमंत्री एसएटीआई कॉलेज परिसर में बने हेलीपेड तक कार से गए और हेलीपेड परिसर में उनकी कार पहुंचने के बाद हेलीपेड में जाने वाला मुख्यगेट उनके सुरक्षाकर्मियों ने बंद कर दिए। सीएम की कार से चार कार पीछे कलेक्टर, एसपी की कार आई। ऐसे में मुख्यमंत्री कार से उतरकर हेलीकाफ्टर की ओर रवाना होने लगे थे, तो कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह और एसपी विनायक वर्मा अपनी कार से उतरकर दौड़ते हुए हेलीपेड गेट पहुंचे और गेट खुलवाकर हेलीकाफ्टर के पास तक पहुंचने के लिए जमकर दौड़ लगाई।
2 लाख कर्ज माफ नहीं हुआ, तो सजा भुगतने को तैयार
विधायक शशांक भार्गव ने मंच से कहा कि ऋण माफी योजना को लेकर विपक्षी दल के नेता किसानों के साथ भांति-भांति के भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मार्च 2018 में सहकारी बैंकों के ऋण कन्वर्जन होने से अभी किसानों के खाते में कम राशि आ रही है। माफी नीति अनुसार तीन चरणों में ऋण की माफी होगी। उन्होंने तीन किश्तों तक किसानों को इंतजार करने के लिए कहा। उन्होंने किसानों को वचन देकर आश्वस्त किया कि तीन किश्तों में किसानों का हर हाल में किसानों का 2 लाख तक का कर्जा माफ होगा। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो वे हर सजा भुगतने को तैयार है। कांग्रेस ने जो वचन दिए हैं, वे पूरे करके दिखाएगी।

ट्रेंडिंग वीडियो