scriptयहां बन्दूक की गोली से फूटता है नारियल, तब होता है भुजरिया विसर्जन | coconut explodes with shotgun, then Bhujaria immersion occurs | Patrika News

यहां बन्दूक की गोली से फूटता है नारियल, तब होता है भुजरिया विसर्जन

locationविदिशाPublished: Aug 03, 2020 10:18:18 pm

Submitted by:

govind saxena

इस बार कोरोना संकट के चलते संकट में वर्षों पुरानी परंपरा

यहां बन्दूक की गोली से फूटता है नारियल, तब होता है भुजरिया विसर्जन

यहां बन्दूक की गोली से फूटता है नारियल, तब होता है भुजरिया विसर्जन

लटेरी. नगर से करीब 10 किमी दूर बसे ग्राम झूकरजोगी में रक्षाबधंन के अगले दिन मनाए जाने वाले भुजरियां पर्व की धूम पर कोरोना का ग्रहण लगता नजर आ रहा है। दरअसल इस गांव मेंभ्भुजरिया पर्व के दिन स्थानीय लोगों के बीच बंदूक की निशानेबाजी की प्रतियोगिता होती है। इस दौरान गांव के सबसे ऊंचे पेड़ पर एक नरियल बांधा जाता है और ग्रामीण उस पर बंदूक का निशाना साधते हैं। जब बंदूक की गोली से नारियल फूट जाता है तभी भुजरियां विसर्जन के लिए उठती हैं।

गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि वर्षों से गांव में भुजरिया उत्सव की यही परंपरा है। लेकिन इस बार ये परंपरा भी पूरी होना संभव नहीं दिख रहा है। इस बार हर त्यौहार सांकेतिक रूप से मनाने के निर्देश और तैयारियों के कारण इस परंपरा का पूरा होने में भी असमंजस है। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष मनाए जाने वाले इस पर्व में आस पास के क्षेत्र के साथ साथ दूर दराज से आए लोगों की भारी भीड़ मौजूद रहती है। जिसमें स्थानीय लोगों के बीच बंदूक से निशानेबाजी की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। इस दौरान पेड़ पर नारियल को निशान के रूप में बांधकर उसमें निशाना लगाया जाता है। नारियल में निशाना लगने के बाद ही भुजरियों को नदी में तोडऩे के लिए ले जाया जाता है। लेकिन महामारी की गंभीर स्थिति में गांव के लोगो ने आपसी सहमति से इस त्यौहार को सांकेतिक रूप में मनाने का फैसला लिया है। जिसमें नारियल में निशान लगने की बाध्यता नहीं रहेगी और भुजरियों को सीधे नदी में तोडऩे के लिए ले जाया जाएगा।

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