कटनी में भर्ती कराया था अपनी बेटी को
यह पहला मौका नहीं है, जब कलेक्टर डॉ जैन अपनी बच्ची को लेकर आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे हों। इससे पहले कटनी कलेक्टर रहते हुए भी उन्होंने अपनी बच्ची को आंगनबाड़ी केंद्र में भर्ती कराया था, उस समय उनकी इस पहल पर राज्यपाल आनंदीबेन ने उनकी सराहना की थी।
यह पहला मौका नहीं है, जब कलेक्टर डॉ जैन अपनी बच्ची को लेकर आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे हों। इससे पहले कटनी कलेक्टर रहते हुए भी उन्होंने अपनी बच्ची को आंगनबाड़ी केंद्र में भर्ती कराया था, उस समय उनकी इस पहल पर राज्यपाल आनंदीबेन ने उनकी सराहना की थी।
प्री-स्कूलिंग और ज्ञानवर्धक माहौल मिले- डॉ जैन
कलेक्टर डॉ जैन ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि आंगनबाडी केन्द्रो में नार्मल एक्टिविटी संचालन करने का आदेश शासन द्वारा जारी किया गया है अब सभी चीजें जैसे-जैसे अनलॉक हो रही है। वैसे-वैसे अन्य गतिविधियों में वृद्वि हो रही है। आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चो का नर्सरी बतौर विकास हो, आंगनबाडी केन्द्र पोषण आहार वितरण से ही नही जाने जाएं बल्कि यहां आने वाले बच्चो को प्री स्कूलिंग नर्सरी बतौर ज्ञानवर्धक का माहौल मिले ताकि बच्चे नर्सरी यहां सीख सकें। इस दौरान कलेक्टर डॉ जैन ने महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी बृजेश शिवहरे को शासन की जारी गाइड लाइन अनुसार सभी आंगनबाडी केन्द्रो में धीरे-धीरे नार्मल एक्टिविटी संचालित कराने तथा आंगनबाडी केन्द्र ज्ञानवर्धन केन्द्र के रूप में स्थापित करने के लिए कहा।
कलेक्टर डॉ जैन ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि आंगनबाडी केन्द्रो में नार्मल एक्टिविटी संचालन करने का आदेश शासन द्वारा जारी किया गया है अब सभी चीजें जैसे-जैसे अनलॉक हो रही है। वैसे-वैसे अन्य गतिविधियों में वृद्वि हो रही है। आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चो का नर्सरी बतौर विकास हो, आंगनबाडी केन्द्र पोषण आहार वितरण से ही नही जाने जाएं बल्कि यहां आने वाले बच्चो को प्री स्कूलिंग नर्सरी बतौर ज्ञानवर्धक का माहौल मिले ताकि बच्चे नर्सरी यहां सीख सकें। इस दौरान कलेक्टर डॉ जैन ने महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी बृजेश शिवहरे को शासन की जारी गाइड लाइन अनुसार सभी आंगनबाडी केन्द्रो में धीरे-धीरे नार्मल एक्टिविटी संचालित कराने तथा आंगनबाडी केन्द्र ज्ञानवर्धन केन्द्र के रूप में स्थापित करने के लिए कहा।