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कॉलेज प्राचार्य को कक्ष से बाहर कर ताला डाला, रोड पर किया चक्काजाम

locationविदिशाPublished: Jan 28, 2019 11:38:17 pm

Submitted by:

Krishna singh

कॉलेज में स्वामी विवेकानंद का चित्र हटाने और श्लोगन मिटाने के मामले ने पकड़ा तूल

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विदिशा. एसएसएल जैन कॉलेज के छात्रसंघ कार्यालय की दीवार से स्वामी विवेकानंद का चित्र हटाने और श्लोगन मिटाए जाने के मामले ने सोमवार को तूल पकड़ लिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ कॉलेज के विद्यार्थियों ने कॉलेज प्राचार्य डॉ. शोभा जैन को कक्ष से बाहर निकालकर कॉलेज में तालाबंदी कर दी और कॉलेज के सामने रोड पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। जिसकी जानकारी लगने पर तहसीलदार आशुतोष शर्मा, नायब तहसीलदार प्रमोद उईके और सिविल लाइंस टीआई सहित पुलिस अमला पहुंचा और विद्यार्थियों को समझाया। जिसके चलते विद्यार्थियों ने चक्काजाम समाप्त किया। विद्यार्थी कॉलेज प्राचार्य के निलंबन की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी करते रहे।
मालूम हो कि कॉलेज के छात्रसंघ कार्यालय की दीवार से स्वामी विवेकानंद का चित्र और श्लोगन हटाए जाने के बाद 24 जनवरी को अभाविप ने इसके विरोध में कॉलेज प्राचार्य और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था और पुन: श्लोगन और चित्र लगाए जाने की बात कही गई थी। मामले की जानकारी लगते ही तहसीलदार और पुलिस अधिकारी पहुंचे थे और कॉलेज प्रबंधन को चित्र लगाने और श्लोगन दोबारा लिखने की बात कही थी। लेकिन प्रबंधन ने तब हां तो कर दिया था, लेकिन दोबारा श्लोगन नहीं लिखवाए। जिसके चलते सोमवार की सुबह साढ़े दस बजे कॉलेज में अभाविप के सदस्यों के साथ कॉलेज विद्यार्थी एकत्रित हुए और जैसे ही 11 बजे कॉलेज प्राचार्य अपने कक्ष में पहुंची और अन्य स्टॉफ भी कक्षों में गया, तो अभाविप सदस्य नारेबाजी करते हुए पहुंचे और प्राचार्य को कक्ष से बाहर जाने के लिए कहा और कक्ष में ताला जड़ दिया। इसके बाद कॉलेज के अन्य कक्षों में भी तालाबंदी कर दी और कॉलेज के मुख्य गेट पर ताला लगाकर कॉलेज के सामने रोड पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। जिसकी जानकारी लगते ही सिविल लाइंस टीआई सहित पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और उन्हें समझाया। जिस पर विद्यार्थी मान गए और मुख्य गेट का ताला खोलकर विद्यार्थी परिसर में दोबारा पहुंचे और जोरदार नारेबाजी करने लगे। विद्यार्थी प्राचार्य के निलंबन की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी करते रहे।
तहसीलदार ने लगाई फटकार
मालूम हो कि 24 जनवरी को स्वयं तहसीलदार ने प्राचार्य से दीवार पर पुन: श्लोगन लिखने की बात कही थी, लेकिन प्रबंधन द्वारा अमल नहीं करने के कारण सोमवार को यह स्थिति बनी। जिस पर तहसीलदार ने कॉलेज प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई। वहीं विद्यार्थियों के प्रदर्शन के दौरान जब स्टॉफ के लोग प्राचार्य कक्ष का ताला खोलकर पेंट्स लेने पहुंचे, तो विद्यार्थी उग्र हो गए और जोरदार नारेबाजी करते हुए कर्मचारी को ताला खोलने से रोक दिया। जिस पर फिर तहसीलदार ने प्रबंधन को फटकार लगाई और कहा कि वे जैसे-तैसे मामले को संभाल रहे हैं और प्रबंधन लापरवाही पर लापरवाही बरत रहा है। उन्होंने ऐसे में कार्रवाई करने की तक चेतावनी दे डाली।
तीन घंटे बाद श्लोगन लिखने की हुई तैयारी
11 बजे से चल रहे प्रदर्शन के तीन घंटे बाद प्रबंधन ने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में छात्रसंघ की दीवार पर पहले सफेद पेंट्स पोता और इसके बाद श्लोगन लिखने की तैयारी शुरु की, तब कहीं जाकर अभाविप के सदस्यों के साथ विद्यार्थियों का आक्रोश कम हुआ और नारेबाजी बंद की। करीब चार घंटे बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी वापस हुए।
एक हफ्ते में प्राचार्य को हटाने की मांग
कॉलेज में प्रदर्शन के बाद दोपहर को अभाविप सदस्य विद्यार्थियों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और एडीएम एचपी वर्माको ज्ञापन सौंपकर एक हफ्ते में प्राचार्य के निलंबन की मांग की और मांग नहीं माने जाने पर कॉलेज में अनिश्चितकालीन तालाबंदी किए जाने की चेतावनी दी गई। जिस पर एडीएम ने कहा कि कलेक्टर बाहर है उनके आने पर उन्हें मामले की जानकारी दी जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान योगेंद्रसिंह रघुवंशी, विकासखंड संयोजक अभिषेक शर्मा, अमित जोशी, जिला कॉलेज प्रमुख प्रिंस चतुर्वेदी, जिला मीडिया प्रभारी गौरव रघुवंशी, नगर सह मंत्री भूपत धाकड़, जिला छात्रा प्रमुख महिमा दुबे, अर्चना किरार,शिवम रघुवंशी, आकाश वर्मा, आशीष मोहतो, नीरज कुशवाह आदि मौजूद रहे।

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