पत्र में लिखा गया कि यहां जगह-जगह झोलाछाप डॉक्टरों का डेरा है, जो लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं और लोगों से उपचार के नाम पर मनमाने रूपए ऐंठ रहे हैं। लेकिन प्रशासनिक अमला इन पर कार्रवाई करने से बचता नजर आ रहा है।
मालूम हो कि एसडीएम के निर्देश पर तीन सदस्यीय दल भी फर्जी नर्सिंगहोम की जांच और इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए गठित किया गया था, लेकिन जिन दो नर्सिंग होम को सील किया गया था, वे पुन: संचालित हो रहे हैं।
वहीं शासकीय अस्पताल में पर्याप्त डॉक्टर नहीं हैं और जो हैं वे मनमाने तरीके से अस्पताल में आते हैं। जिससे मरीज परेशान हैं। मालूम हो कि झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा भोली भाली जनता को बड़ी बीमारी बताकर उपचार के नाम पर उनसे मनमाने तरीके से राशि वसूली जा रही है।
इन फर्जी डॉक्टर और नर्सिंग होम की शिकायतें पूर्व में भी कई बार की जा चुकी हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। फर्जी अस्पतालों पर ाएसडीएम द्वारा की गई कार्रवाई उस समय चर्चा का विषय थी, लेकिन बाद में इसका नतीजा भी शून्य निकला। क्योंकि यह नर्सिंग होम राजनीतिक संरक्षण में ही चल रहे हैं।
इनका कहना है
क्षेत्र की बदहाल स्वास्थ व्यवस्था को लेकर मैने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिहं को पत्र लिखा है। गरेठा प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र में महीनोंं से डॉक्टर नही है, जिससे मरीज परेशान हैं। जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
– अवधसुंदर शर्मा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता
क्षेत्र की बदहाल स्वास्थ व्यवस्था को लेकर मैने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिहं को पत्र लिखा है। गरेठा प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र में महीनोंं से डॉक्टर नही है, जिससे मरीज परेशान हैं। जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
– अवधसुंदर शर्मा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता
गरेठा प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र में डॉक्टर पदस्थ हैं, लेकिन अस्पताल में क्यों नहीं रहते हम दिखवाते हैं और अगर शहर में फर्जी रूप से नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं, तो कार्रवाई करेंगे।
– केएस अहिरवार, सीएमएचओ, विदिशा
– केएस अहिरवार, सीएमएचओ, विदिशा