कालिदास रंगमंच की बदलेगी तस्वीर
शहर की सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियों के लिए वर्षों तक बाल विहार स्थित कालिदास रंगमंच ही एकमात्र स्थान था, लेकिन पिछले कई वर्षों से यह भी ख्ंाडहर में तब्दील होकर नगरपालिका का कबाडख़ाना बना हुआ है। नपा इस परिसर और रंगमंच की तस्वीर भी संवारने की तैयारी में है। करीब 25 लाख की लागत से कालिदास रंगमंच और उसके सामने दर्शकों के बैठने के लिए सर्वसुविधायुक्त परिसर तैयार किया जाएगा। इस परिसर पर शेड बनेगा। इस मंच में चेंजिंग रूम और अन्य सुविधाएं भी होंगी।
शहर की सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियों के लिए वर्षों तक बाल विहार स्थित कालिदास रंगमंच ही एकमात्र स्थान था, लेकिन पिछले कई वर्षों से यह भी ख्ंाडहर में तब्दील होकर नगरपालिका का कबाडख़ाना बना हुआ है। नपा इस परिसर और रंगमंच की तस्वीर भी संवारने की तैयारी में है। करीब 25 लाख की लागत से कालिदास रंगमंच और उसके सामने दर्शकों के बैठने के लिए सर्वसुविधायुक्त परिसर तैयार किया जाएगा। इस परिसर पर शेड बनेगा। इस मंच में चेंजिंग रूम और अन्य सुविधाएं भी होंगी।
पुष्यमित्र वाचनालय भी नया बनेगा
बाल विहार परिसर से लगा हुआ सत्संग भवन की ओर स्थित पुष्य मित्र वाचनालय शहर का कई दशक पुराना वाचनालय है, लेकिन अब यहां की दुर्दशा के कारण न तो पाठक आते हैं और न ही यहां पुस्तक-पुस्तिकाओं और अखबारों की मौजूदगी के साथ ही बैठने की व्यवस्था है। भवन भी जर्जर हो चुका है। इसलिए बाल विहार के जीर्णोद्धार के साथ ही इस वाचनालय की सूरत भी बदलने की तैयारी है। मौजूदा वाचनालय को तोड़कर नया भवन बनेगा। इसमें नीचे नपा दुकानें बनाएगी और ऊपर वाचनालय बनेगा। यह काम करीब 19 लाख रुपए की लागत से होगा।
बाल विहार परिसर से लगा हुआ सत्संग भवन की ओर स्थित पुष्य मित्र वाचनालय शहर का कई दशक पुराना वाचनालय है, लेकिन अब यहां की दुर्दशा के कारण न तो पाठक आते हैं और न ही यहां पुस्तक-पुस्तिकाओं और अखबारों की मौजूदगी के साथ ही बैठने की व्यवस्था है। भवन भी जर्जर हो चुका है। इसलिए बाल विहार के जीर्णोद्धार के साथ ही इस वाचनालय की सूरत भी बदलने की तैयारी है। मौजूदा वाचनालय को तोड़कर नया भवन बनेगा। इसमें नीचे नपा दुकानें बनाएगी और ऊपर वाचनालय बनेगा। यह काम करीब 19 लाख रुपए की लागत से होगा।
पार्किंग की भी होगी सुविधा
बाल विहार और कालिदास रंगमंच में आने वाले लोगों के लिए पार्किंग की सुविधा भी यहां मुहैया कराई जा रही है। इसके लिए दो जगह पार्किंग बनाई जाएगी। एक पार्किंग वीआईपी वाहनों के लिए होगी, जबकि दूसरी पार्किंग आम जनता के लिए होगी। इसके अलावा लोगों की सुविधा के लिए यहां 16 लाख रुपए की लागत से दो टॉयलेट भी बनाए जा रहे हैं।
बाल विहार और कालिदास रंगमंच में आने वाले लोगों के लिए पार्किंग की सुविधा भी यहां मुहैया कराई जा रही है। इसके लिए दो जगह पार्किंग बनाई जाएगी। एक पार्किंग वीआईपी वाहनों के लिए होगी, जबकि दूसरी पार्किंग आम जनता के लिए होगी। इसके अलावा लोगों की सुविधा के लिए यहां 16 लाख रुपए की लागत से दो टॉयलेट भी बनाए जा रहे हैं।
चौतरफा हरियाली से सजेगा पार्क
नए डीपीआर के अनुसार काम हुआ तो पूरे पार्क को खूबसूरत हरियाली से सजाया जाएगा। यह काम करीब 23 लाख रुपए से होगा। पूरे उद्यान को विकसित करने के साथ ही उसके चारों तरफ पाथवे बनाया जाएगा, जिससे लोग आराम से घूम सकें। इसके अलावा यहां लोगों की सुविधा के अनुरूप अन्य व्यवस्थाएं भी की जाएंगी।
नए डीपीआर के अनुसार काम हुआ तो पूरे पार्क को खूबसूरत हरियाली से सजाया जाएगा। यह काम करीब 23 लाख रुपए से होगा। पूरे उद्यान को विकसित करने के साथ ही उसके चारों तरफ पाथवे बनाया जाएगा, जिससे लोग आराम से घूम सकें। इसके अलावा यहां लोगों की सुविधा के अनुरूप अन्य व्यवस्थाएं भी की जाएंगी।
खेल मैदान बनेगा और झूले लगेंगे
बाल विहार में बच्चों के लिए खेल के मैदान को भी विकसित किया जा रहा है। इसमें एक व्हालीबॉल कोर्ट भी बनेगा और बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले, फिसलपट्टी तथा अन्य उपकरण भी लगाए जाएंगे। बीचों बीच नया रंगीन फव्वारा बाल विहार में नजर आएगा।
बाल विहार में बच्चों के लिए खेल के मैदान को भी विकसित किया जा रहा है। इसमें एक व्हालीबॉल कोर्ट भी बनेगा और बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले, फिसलपट्टी तथा अन्य उपकरण भी लगाए जाएंगे। बीचों बीच नया रंगीन फव्वारा बाल विहार में नजर आएगा।
डॉ. ठाकुर ने छेड़ी थी मुहिम
नगर के युवा डॉ. अमित ठाकुर ने करीब डेढ़ वर्ष पहले बाल विहार संघर्ष समिति का गठन कर यहां लगातार कई दिनों तक श्रमदान करके बाल विहार के पुराने दिन लौटाने की मुहिम शुरू की थी। हाल ही में उन्होंने कलेक्टर को एक पत्र देकर बाल विहार के जीर्णोद्धार की मांग की थी। इसी पत्र के संदर्भ में नपा ने कलेक्टर को सूचित किया है कि बाल विहार के जीर्णोद्धार की डीपीआर तैयार है और आचार संहिता के बाद इसका काम शुरू होगा।
नगर के युवा डॉ. अमित ठाकुर ने करीब डेढ़ वर्ष पहले बाल विहार संघर्ष समिति का गठन कर यहां लगातार कई दिनों तक श्रमदान करके बाल विहार के पुराने दिन लौटाने की मुहिम शुरू की थी। हाल ही में उन्होंने कलेक्टर को एक पत्र देकर बाल विहार के जीर्णोद्धार की मांग की थी। इसी पत्र के संदर्भ में नपा ने कलेक्टर को सूचित किया है कि बाल विहार के जीर्णोद्धार की डीपीआर तैयार है और आचार संहिता के बाद इसका काम शुरू होगा।
बाल विहार के पुनर्विकास के लिए 84 लाख रुपए की डीपीआर तैयार की किया गया है। परिषद और पीआईसी में इसे स्वीकृति मिल चुकी है। आचार संहिता हटते ही तकनीकी स्वीकृति के लिए इसे भेजेंगे और फिर काम शुरू कर दिया जाएगा।
-नीरज धुर्वे, सहायक अभियंता, नपा विदिशा
-नीरज धुर्वे, सहायक अभियंता, नपा विदिशा