विदिशा

कर्ज माफी के नाम पर करोड़़ों की गड़बड़ी!

किसानों ने कर्ज लिया हजारों में, सूची में आया लाखों में, शिकायत के बाद अधिकारी बोल रहे-कम्प्यूटर की गलती

विदिशाJan 28, 2019 / 11:45 pm

Krishna singh

farmers

विदिशा. किसानों को दो लाख तक के कर्ज माफ करने की घोषणा का चौतरफा खूब शोर है। लेकिन जिले में कर्ज माफी के नाम पर किसानों को करोड़ों रूपए का चूना लगाने का मामला सामने आया है। इससे किसानों में कर्ज माफी की खुशी काफूर होने के साथ ही उनकी उलझनें बहुत बढ़ गईं हंैं। जिन किसानों ने हजारों में कर्ज लिया था, उनका लिस्ट में नाम लाखों के कर्जदार के रूप में आ गया, इससे वे हैरान हैं। पत्रिका ने इस मामले की पड़ताल की। शमशाबाद तहसील की सहकारी समिति वर्धा का ग्राम बरखेड़ा माखू। यहां ग्राम पंचायत की ई-पंचायत कक्ष के बाहर लगी कर्ज माफी की सूचियों में तकरीबन दो से ज्यादा किसानों के नाम हैं। किसान यहां अपने नाम देखने आ रहे हैं और हैरान होकर गालियां देते हुए जा रहे हैं। कई ने तो सोसायटी के सचिव को घेर लिया और पूछा कि हमने इतना कर्ज कहां लिया था, जो सूची में लाखों रुपए दर्ज आ रहा है। किसानों की मानें तो करीब हर किसान के वास्तविक कर्ज और सूची में दर्ज कर्ज में भारी अंतर है, किसानों को ***** बनाकर सचिव ने ठग लिया है। उधर सचिव इसे कम्प्यूटर की गलती बता रहा है।
 

ऐसे कई मामले, किसान परेशान
ब रखेड़ा माखू में जब पत्रिका ने कर्ज माफी की पड़ताल की तो किसानों का दर्द फूट पड़ा। कल्ला पुत्र दरयाव कोरी ने बताया कि उसने 2007 में 25 हजार रुपए कर्ज लिया था। कुछ ही दिन बाद 10 हजार जमा कर दिए, मैंने खाद-बीज कुछ भी सोसायटी से नहीं लिया। फिर भी लिस्ट में 2 लाख 33 हजार 456 रूपए कर्ज बता दिया। सचिव कहता है कि मैं दे दूंगा, शिकायत मत करना। पर्वत सिंह कहते हैं कि मैंने डेढ़ लाख कर्ज लिया था, सचिव ने कोई कागज मुझे नहीं दिए और अब 3 लाख 32495 रूपए कर्ज सूची में आ गया। कल्याण सिंह का 20 हजार के बदले 1 लाख 28570 रूपए, लालाराम कुशवाह का 1 लाख 16 हजार लिए थे, वे चुका भी दिए फिरभी 1 लाख 46 हजार कर्ज सूची में आ गया। कैलाश धाकड़ ने 40 हजार लिए थे, उनका कर्ज 2 लाख 53 हजार बता दिया। नारायण सिंह का कर्ज 28 हजार के बदले सूची में 2 लाख 90542 रुपए आ गया। दीवान सिंह का कर्ज 2 लाख 38 हजार के बदले 3 लाख 76700 रुपए आ गया। ऐसे अनेक किसानों के मामले इस एक ही गांव में सामने आए हैं।
 

बार-बार सूची देखकर घबरा रहे किसान
पंचायत भवन में बार-बार सूची देखने आ रहे किसान सूची में अपने कर्ज की राशि देख देखकर घबरा रहे हैं। कृषक पहलवान सिंह के पुत्र विजय सिंह ने अपनी रसीद और कर्ज माफी की सूची दिखाते हुए कहा कि मेरे पिता ने 39 हजार 500 रूपए कर्जलिया था, लेकिन सूची में 1 लाख 10 हजार रुपए का कर्ज बता दिया है। कैसे हुआ हमें यह कुछ नहीं मालूम।
 

करोड़ों का घोटाला होगा उजागर
कर्ज माफी में हुए इस बड़े घोटाले का खुलासा कांगे्रस नेता राजेश यादव ने किया। उन्होंने कहा कि यहां का सचिव प्रदेश शासन की कर्जमाफी की मंशा पर पलीता लगाकर किसानों को मुसीबत में डाल रहा है। इस सोसायटी के रिकार्ड की सख्ती से जांच हो तो बड़ा घोटाला सामने आएगा, इसलिए सबसे पहले सोसायटी के दफ्तर को सीलकर इसकी जांच की जाना चाहिए। यह घोटाला करोड़ों रूपए का निकलेगा।
 

माफ करो, जायदाद बेंचकर दे दूंगा
सहकारी समिति के सचिव मदन ङ्क्षसह कुशवाह का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें किसानों से घिरा सचिव हाथ जोड़कर गिड़गिड़ा रहा है। वह किसानों से कह रहा है कि क्षमा करो, मेरी नौकरी भी चली जाएगी। कांग्रेस की सरकार है, चट के पट होने में देर नहीं लगेगी। मैं तुम्हारा एक-एक पैसा वापस करवा दूंगा। चाहे मैं अपनी जायदाद बेंचकर दूं। अभी जितना माफ हो रहा है उतना हो जाने दो।
 

मैंने 28 हजार रुपए कर्ज लिया था, लेकिन 2 लाख 90 हजार 542 रुपए सूची में दिखाया गया है। इसी तरह मेरी पत्नी सिरानबाई के नाम से मैंने 26 हजार कर्ज लिया था, लेकिन उसमें 1 लाख 5 हजार 614 रुपए कर्ज बता दिया। सचिव कहता है कि अपन बाद में देख लेंगे। शिकायत मत करना।
-नथन सिंह, किसान
 

कंप्यूटर की गलती से ये हो गया। सुधार कर लिया जाएगा। मैंने किसी से नहीं कहा कि शिकायत मत करना।
-मदन लाल कुशवाह, सचिव सहकारी समिति वर्धा

बरखेड़ा माखू की शिकायत आपसे मिली है। मैं जांच करा लूंगा। गलती पाई जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।
-विनय प्रकाश सिंह, सीईओ जिला सहकारी बैेंक विदिशा
किसानों की कर्ज माफी में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। जिसने भी गलती की है उस पर कार्रवाई होगी।
-श्यामसुन्दर शर्मा, , अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक
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