शमशाबाद तहसील की सहकारी समिति वर्धा का ग्राम बरखेड़ा माखू। यहां ग्राम पंचायत की ई-पंचायत कक्ष के बाहर लगी कर्ज माफी की सूचियों में तकरीबन दो से ज्यादा किसानों के नाम हैं। किसान यहां अपने नाम देखने आ रहे हैं और हैरान होकर गालियां देते हुए जा रहे हैं। कई ने तो सोसायटी के सचिव को घेर लिया और पूछा कि हमने इतना कर्ज कहां लिया था, जो सूची में लाखों रूपए दर्ज आ रहा है। किसानों की मानें तो करीब हर किसान के वास्तविक कर्ज और सूची में दर्ज कर्ज में भारी अंतर है, किसानों को ***** बनाकर सचिव ने ठग लिया है। उधर सचिव इसे कम्प्यूटर की गलती बता रहा है।
कर्ज माफी में हुए इस बड़े घोटाले का खुलासा कांगे्रस नेता राजेश यादव ने किया। उन्होंने कहा कि यहां का सचिव प्रदेश शासन की कर्जमाफी की मंशा पर पलीता लगाकर किसानों को मुसीबत में डाल रहा है। इस सोसायटी के रिकार्ड की सख्ती से जांच हो तो बड़ा घोटाला सामने आएगा, इसलिए सबसे पहले सोसायटी के दफ्तर को सीलकर इसकी जांच की जाना चाहिए। यह घोटाला करोड़ों रूपए का निकलेगा।
सहकारी समिति के सचिव मदन ङ्क्षसह कुशवाह का एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें किसानों से घिरा सचिव हाथ जोड़कर गिड़गिड़ा रहा है। वह किसानों से कह रहा है कि क्षमा करो, मेरी नौकरी भी चली जाएगी। कांग्रेस की सरकार है, चट के पट होने में देर नहीं लगेगी। मैं तुम्हारा एक-एक पैसा वापस करवा दूंगा। चाहे मैं अपनी जायदाद बेंचकर दूं। अभी जितना माफ हो रहा है उतना हो जाने दो।