गौरतलब है कि तीन साल पहले इमलिया परासी में बैस नदी के किनारे एक खेत की बागड़ से लगे हिस्से में मगरमच्छ ने अंडे दिए थे, जिसमें से करीब एक दर्जन बच्चे निकले थे। यही बच्चे बाद में नदी में रहे और अब बड़े हो चुके हैं। डिप्टी रेंजर इस्माइल खान ने बताया कि करीब 15 दिन पहले बैस नदी से ही एक मगरमच्छ को पकडकऱ वन विहार भेजा गया था। यह करीब चार फीट का मगर भी इमलिया परासी के अंडों से निकला और अब उन्हीं में से बड़ा हुआ मगरमच्छ हो सकता है।