विदिशा

जिले में 555 किमी सड़कों पर दुर्घटना का डर, क्षतिग्रस्त पुल-पुलियाओं से भी खतरा

छोटे-बड़े गड्ढों के अंबार, वाहन चलाना हुआ मुश्किल

विदिशाOct 04, 2019 / 10:57 pm

Krishna singh

Dangerous road in vidisha

विदिशा. बारिश का दौर अब थम गया। इसके साथ ही सड़कों पर बड़े-बड़े जख्म उभरकर सामने आ गए हैं। वाहन चालकों को इन सड़कों पर जान जोखिम में डालकर वाहन चलाना पड़ रहा है। जिले की विभिन्न तहसीलों व आसपास के जिलों से जुडऩे वाले लगभग सभी मार्गों की हालत बेहद खराब है। कई पुलियाएं क्षतिग्रस्त हैं और इन पर हादसों का डर बना हुआ है। मालूम हो कि अगस्त व सितंबर दो माह भारी बारिश के रहे। इससे जिले में सैकड़ों किलोमीटर की सड़कें उखड़ गईं। इन मार्गों पर दूर तक छोटे-बड़े गड्ढों के अंबार हैं और यात्री वाहनों के अलावा दुपहिया वाहन, जीप व कार आदि चलाना आसान नहीं रहा। बसों का सफर भी सड़कों पर गड्ढों व क्षतिग्रस्त पुल-पुलियाओं के कारण जान जोखिम भरा हो गया। इन सड़कों के नुकसान का अनुमानित आकलन हो गया। केंद्रीय दल को भी नुकसान की जानकारी दी जा चुकी लेकिन मरम्मत का कार्य अभी शुरू नहीं हो पाया। इससे नागरिकों में भी रोष बढ़ रहा है। बारिश में जिले में 555.59 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। क्षति का आकलन जिला प्रशासन ने करीब 22.77 करोड़ रुपए का होना माना है। इसी तरह जिले में विभिन्न मार्गों पर निर्मित करीब 271 पुल-पुलियाओं को नुकसान पहुंचा। नुकसान का आकलन करीब 5.93 करोड़ रुपए माना गया है, लेकिन सड़कों व पुलियाओं की मरम्मत की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा।
कई पुल क्षतिग्रस्त, जान का जोखिम
वाहन चालकों के मुताबिक ग्राम जोध का पुल क्षतिग्रस्त है। बासौदा रोड पर बेतवा का पुल, लटेरी मार्ग पर दनवास पुल, इसी मार्ग पर बीलखेड़ी पुल एवं बड़ागांव पुल क्षतिग्रस्त है और इन पुलों पर मवेशी भी बैठे रहते हैं। इन सभी स्थितियों के बीच अक्सर हादसे का डर बना रहता है। वहीं विदिशा-बासौदा मार्ग पर कुआ खेड़ी का पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे करीब 15 दिन से आवागमन रुका हुआ है।
इन प्रमुख मार्गों पर ज्यादा खतरा
जिले में कई प्रमुख मार्गों पर हादसों का खतरा है। इनमें विदिशा से अहमदपुर एवं गैरतगंज जाने वाला करीब 55 किमी मार्ग करीब तीन वर्ष पूर्व ही बना था, जो अहमदपुर के आगे पूरी तरह उखड़ गया। पूरा मार्ग गड्ढों में तब्दील है। विदिशा-नौलास व लखूली का 45 किमी मार्ग भी दयनीय हालत में पहुंच चुका है। वहीं नया गोला से पिपलधार-शमशाबाद करीब 22 किमी मार्ग की हालत खस्ता है। वहीं विदिशा-बासौदा करीब 65 किमी का मार्ग भी बहुत खराब हालत में है। इसी तरह लटेरी-सिरोंज मार्ग पर पूर्व में सरपट वाहन भागते थे लेकिन अब करीब तीन-चार वर्ष पूर्व निर्मित यह 34 किमी का मार्ग भी बारिश की भेंट चढ़ गया। पूरा मार्ग दयनीय है और इस मार्ग पर वाहन चलाना आसान नहीं रहा है। विदिशा-भोपाल 55 किमी मार्ग, लटेरी-सिरोंज 34 किमी मार्ग, लटेरी-शमशाबाद बाया झूकर बड़ागांव, धनवार करीब 45 किमी मार्ग पर वाहन चलाना आसान नहीं रहा। पीपलखेड़ा से सलैया 35 किमी एवं लटेरी से भेरोबर्री 17 किमी की यह सड़कें बुरी तरह खराब हो चुकी हैं।
जिले की लगभग सभी सड़कें बारिश में उखड़ गईं। कई मार्गों पर बसों की संख्या कम करना पड़ी है। सफर में काफी समय लग रहा है, वहीं सड़कों पर अधिक गड्ढे होने से बसों में मरम्मत का कार्य भी बढ़ गया है।
-कैलाश नागर, प्रबंधक, निजी बस सेवा
खराब सड़कों के कारण वाहन चलाने में खतरा बढ़ा है। हमेशा हादसे का डर बना रहता है। पुल-पुलियाओं की भी हालत जर्जर है, लेकिन मरम्मत कार्य नहीं हो रहा।
-सुरेंद्र शर्मा, बस चालक

सड़कों की मरम्मत के लिए सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं। यह कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है। कलेक्टर द्वारा सोमवार को इन कार्यों की समीक्षा भी की जाएगी।
-वृंदावनसिंह, अपर कलेक्टर
बारिश के कारण अभी सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। बारिश रुकने के बाद विधानसभा क्षेत्र की सभी सड़कें दुरुस्त कराई जाएंगी।
-शशांक भार्गव, विधायक, विदिशा

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