कई पुल क्षतिग्रस्त, जान का जोखिम
वाहन चालकों के मुताबिक ग्राम जोध का पुल क्षतिग्रस्त है। बासौदा रोड पर बेतवा का पुल, लटेरी मार्ग पर दनवास पुल, इसी मार्ग पर बीलखेड़ी पुल एवं बड़ागांव पुल क्षतिग्रस्त है और इन पुलों पर मवेशी भी बैठे रहते हैं। इन सभी स्थितियों के बीच अक्सर हादसे का डर बना रहता है। वहीं विदिशा-बासौदा मार्ग पर कुआ खेड़ी का पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे करीब 15 दिन से आवागमन रुका हुआ है।
वाहन चालकों के मुताबिक ग्राम जोध का पुल क्षतिग्रस्त है। बासौदा रोड पर बेतवा का पुल, लटेरी मार्ग पर दनवास पुल, इसी मार्ग पर बीलखेड़ी पुल एवं बड़ागांव पुल क्षतिग्रस्त है और इन पुलों पर मवेशी भी बैठे रहते हैं। इन सभी स्थितियों के बीच अक्सर हादसे का डर बना रहता है। वहीं विदिशा-बासौदा मार्ग पर कुआ खेड़ी का पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे करीब 15 दिन से आवागमन रुका हुआ है।
इन प्रमुख मार्गों पर ज्यादा खतरा
जिले में कई प्रमुख मार्गों पर हादसों का खतरा है। इनमें विदिशा से अहमदपुर एवं गैरतगंज जाने वाला करीब 55 किमी मार्ग करीब तीन वर्ष पूर्व ही बना था, जो अहमदपुर के आगे पूरी तरह उखड़ गया। पूरा मार्ग गड्ढों में तब्दील है। विदिशा-नौलास व लखूली का 45 किमी मार्ग भी दयनीय हालत में पहुंच चुका है। वहीं नया गोला से पिपलधार-शमशाबाद करीब 22 किमी मार्ग की हालत खस्ता है। वहीं विदिशा-बासौदा करीब 65 किमी का मार्ग भी बहुत खराब हालत में है। इसी तरह लटेरी-सिरोंज मार्ग पर पूर्व में सरपट वाहन भागते थे लेकिन अब करीब तीन-चार वर्ष पूर्व निर्मित यह 34 किमी का मार्ग भी बारिश की भेंट चढ़ गया। पूरा मार्ग दयनीय है और इस मार्ग पर वाहन चलाना आसान नहीं रहा है। विदिशा-भोपाल 55 किमी मार्ग, लटेरी-सिरोंज 34 किमी मार्ग, लटेरी-शमशाबाद बाया झूकर बड़ागांव, धनवार करीब 45 किमी मार्ग पर वाहन चलाना आसान नहीं रहा। पीपलखेड़ा से सलैया 35 किमी एवं लटेरी से भेरोबर्री 17 किमी की यह सड़कें बुरी तरह खराब हो चुकी हैं।
जिले में कई प्रमुख मार्गों पर हादसों का खतरा है। इनमें विदिशा से अहमदपुर एवं गैरतगंज जाने वाला करीब 55 किमी मार्ग करीब तीन वर्ष पूर्व ही बना था, जो अहमदपुर के आगे पूरी तरह उखड़ गया। पूरा मार्ग गड्ढों में तब्दील है। विदिशा-नौलास व लखूली का 45 किमी मार्ग भी दयनीय हालत में पहुंच चुका है। वहीं नया गोला से पिपलधार-शमशाबाद करीब 22 किमी मार्ग की हालत खस्ता है। वहीं विदिशा-बासौदा करीब 65 किमी का मार्ग भी बहुत खराब हालत में है। इसी तरह लटेरी-सिरोंज मार्ग पर पूर्व में सरपट वाहन भागते थे लेकिन अब करीब तीन-चार वर्ष पूर्व निर्मित यह 34 किमी का मार्ग भी बारिश की भेंट चढ़ गया। पूरा मार्ग दयनीय है और इस मार्ग पर वाहन चलाना आसान नहीं रहा है। विदिशा-भोपाल 55 किमी मार्ग, लटेरी-सिरोंज 34 किमी मार्ग, लटेरी-शमशाबाद बाया झूकर बड़ागांव, धनवार करीब 45 किमी मार्ग पर वाहन चलाना आसान नहीं रहा। पीपलखेड़ा से सलैया 35 किमी एवं लटेरी से भेरोबर्री 17 किमी की यह सड़कें बुरी तरह खराब हो चुकी हैं।
जिले की लगभग सभी सड़कें बारिश में उखड़ गईं। कई मार्गों पर बसों की संख्या कम करना पड़ी है। सफर में काफी समय लग रहा है, वहीं सड़कों पर अधिक गड्ढे होने से बसों में मरम्मत का कार्य भी बढ़ गया है।
-कैलाश नागर, प्रबंधक, निजी बस सेवा
-कैलाश नागर, प्रबंधक, निजी बस सेवा
खराब सड़कों के कारण वाहन चलाने में खतरा बढ़ा है। हमेशा हादसे का डर बना रहता है। पुल-पुलियाओं की भी हालत जर्जर है, लेकिन मरम्मत कार्य नहीं हो रहा।
-सुरेंद्र शर्मा, बस चालक सड़कों की मरम्मत के लिए सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं। यह कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है। कलेक्टर द्वारा सोमवार को इन कार्यों की समीक्षा भी की जाएगी।
-वृंदावनसिंह, अपर कलेक्टर
-सुरेंद्र शर्मा, बस चालक सड़कों की मरम्मत के लिए सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं। यह कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है। कलेक्टर द्वारा सोमवार को इन कार्यों की समीक्षा भी की जाएगी।
-वृंदावनसिंह, अपर कलेक्टर
बारिश के कारण अभी सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। बारिश रुकने के बाद विधानसभा क्षेत्र की सभी सड़कें दुरुस्त कराई जाएंगी।
-शशांक भार्गव, विधायक, विदिशा
-शशांक भार्गव, विधायक, विदिशा