जि न कक्षों में ईवीएम रखी गई हैं वहां सुरक्षा इतनी है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। यहां तक कि कलेक्टर, एसपी भी उस कक्ष तक नहीं जा सकते। एडीएम वृंदावन सिंह ने बताया कि जिन कक्षों में ईवीएम रखी हुई हैं उन कक्षों के सभी दरवाजों को सील कर दिया गया है, जो मतगणना के दिन ही खुलेगा। ऐसे में जिन कक्षों में ईवीएम रखी हुई हैं उन कक्षों तक कोई नहीं पहुंच सकता है। हां जहां कक्ष सील किया गया है, वहां तक कलेक्टर, एसपी, एडीएम, आब्जर्वर, आरओ, एआरओ जा सकते हैं।
उ प जिला निर्वाचन अधिकारी लोकेंद्र सरल ने बताया कि जिले की पांचों विधानसभाओं में कुल 1321 मतदान केंद बनाए गए थे। इन सभी पर एक-एक ईवीएम लगी थी। लेकिन करीब आठ-10 मतदान केंद्रों पर बीच-बीच में मशीनों में खराबी आने पर वहां बैलेट यूनिट या कंट्रोल यूनिट डबल उपयोग की गई थी। इस प्रकार स्ट्रांग रूम में कुल ईवीएम तो 1321 ही हैं, लेकिन बैलेट यूनिट और कंट्रोंट यूनिट संख्या कुछ बढ़ गई है।
भारत सरकार के आब्जर्वर व्यंकटेशपति एस ने सोमवार की दोपहर को आरओ और एआरओ सभी से चर्चा कर कैलाश सत्यार्थी हॉल में स्कू्रटनी की। काफी देर तक स्कू्रटनी चली। इस दौरान जिन मतदान केंद्रों पर अधिक मतदान हुआ या बहुत कम हुआ उस पर चर्चा की गई कि अधिक या कम मतदान क्यों हुआ। कहीं कोई गड़बड़ी तो नहीं हुई। वहीं आरओ और एआरओ सहित पीठासीन अधिकारियों जमा किए गए दस्तावेजों को एकत्रित करने और मिलान आदि का काम दिनभर चला। अधिकारियों के अनुसार यह कार्य तीन दिन तक चलेगा।
लोकसभा चुनाव में विदिशा और सागर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली जिले की पांचों विधानसभाओं की ईवीएम की मतगणना 23 मई को सुबह से शुरु हो जाएगी। जिसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। अलग-अलग कक्ष में अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र की ईवीएम की मतगणना की जाएगी। इसके लिए अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी तय की जा चुकी है। मतगणना के साथ ही प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला हो जाएगा।
-केएल बंजारे, एडिशनल एसपी