scriptमापदंड पता नहीं पूयीसी संचालित करने का, कैसे खोलें केंद्र | Do not know the criteria to operate the trustee, how to open center | Patrika News

मापदंड पता नहीं पूयीसी संचालित करने का, कैसे खोलें केंद्र

locationविदिशाPublished: Dec 10, 2019 05:26:02 pm

Submitted by:

Anil kumar soni

पेट्रोलपंप संचालकों ने तुगलकी फरमान के विरोध में सौंपा ज्ञापन

विदिशा। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते पेट्रोलपंप संचालक।

विदिशा। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते पेट्रोलपंप संचालक।

विदिशा। डिस्ट्रिक्ट विदिशा पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन ने सोमवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया कि सरकार के निर्देशानुसार 15 दिसम्बर तक पेट्रोलपंपों पर पीयूसी मशीन नहीं लगाने पर पंप सील की कार्रवाई की जाएगी। लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति यह है कि पीयूसी सेंटर संचालित करने के मापदंड आदि तरीकों के संबंध में कुछ नहीं बताया गया है। वहीं इस पर होने वाला इतना खर्च पेट्रोलपंप संचालक कैसे वहन करेंगे। इसलिए इसे तुगलकी फरमान बताते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की।

ज्ञापन में कहा गया कि इस स ंबंध में ऑयल मैकिंग कंपनियों से कोई दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। वहीं उक्त मशीन की लागत 4 से 5 लाख रुपए बताई जा रही है। वहीं इसे संचालित करने पर एक कुशल कर्मचारी ्रकी भी आवश्यकता होगी। ऐसे में पीयूसी सेंटर पर प्रतिमाह कम से कम 20 से 25 हजार रूपए का अतिरिक्त खर्च आएगा।

 

जबकि जिलेभर के कुल 120 पेट्रोलपंपों में से 85 प्रतिशत पंप ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। ऐसे में इन पंप संचालकों द्वारा मशीन का व्यय कर पाना संभव नहीं होगा और पंप संचालकों को नुकसान होगा। इसलिए पेट्रोलपंप संचालक पीयूसी सेंटर खोलने में असक्षम हैं। ज्ञापन सौंपने वालों में एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल सोनकर, महामंत्री सचिन ताम्रकार, विवेक पलोड, मनीष बलेचा, संजय पलोड, बृजेश शर्मा, सुमन सांडिल्य, पंकज एलिया, सौरभ लश्करी, राहुल जालौरी, विनय चौधरी और नौनीत रघुवंशी आदि मौजूद रहे।

पेट्रोलपंप संचालकों ने अपनी अन्य समस्याओं से भी कलेक्टर को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यदि पीयूसी सेंटर खोलते हैं उन्हें कई व्यवहारिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। पेट्रोलपंप संचालकों का कहना था कि पहले की अपेक्षा अब इस व्यवसाय में वैसे ही ज्यादा मुनाफा नहीं बचा है और कॉम्पटीशन अधिक हो गया है। इसके बावजूद सरकार और प्रशासन द्वारा लागू किए जाने वाले नए-नए नियमों से काफी दिक्कत होती है। इसलिए पेट्रोलपंप संचालकों के हितों का भी ध्यान रखा जाए।
कलेक्टर केवी सिंह ने पेट्रोलपंप संचालकों की बात सुनने के बाद कहा कि फिलहाल पेट्रोलपंप संचालकों पर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। इसके लिए उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर मामले के निराकरण का आश्वासन दिया।
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