सोमवार को खरीफाटक क्षेत्र में सर्वे टीम पहुंची। टीम में शामिल भूपेंद्र मैथिल ने बताया कि लोगों में जागरुकता की कमी के कारण कुछ समस्या आ रही है। 2 सितंबर से यह कार्य शुरू किया गया था। ३१ दिसंबर तक इसे पूरा किया जाना है लेकिन अभी तक २५ प्रतिशत सर्वे हो पाया है।
सर्वे के दौरान लोगों से जीविका का साधन, कामर्शियल स्तर पर लायसेंस नंबर, पेनकॉर्ड नंबर आदि की जानकारी मांगी जाती है लेकिन दस में से दो-तीन लोग जानकारी देने से मना कर देते हैं। शहर में छह सुपरवाइजर की अलग-अलग टीम कार्य कर रही और हर टीम में आठ से नौ लोग है। इस तरह करीब 60 कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आर्थिक गणना के आधार पर ही देश के विकास की योजना बनती है पर लोगों में जागरुकता की कमी के कारण लोग इसमें रुचि नहीं ले रहे।