सफाई पर जोर, लगाई जा रही garbage box, लिया जा रहा feedback
दस दिन बाद कभी भी आ सकती है स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम
विदिशा
Published: April 06, 2022 12:33:16 am
विदिशा। स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम दस दिन बाद कभी भी आ सकती है। इस स्थिति को देख नपा ने स्वच्छता कार्य के लिए मशक्कत तेज कर दी है। सफाई व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा वहीं स्वच्छता की गाइड लाइन अनुसार सड़क पर कचरा न फिके इसके लिए व्यावसायिक व सार्वजनिक क्षेत्रों में तीन जुड़वा कचरा पेटियां लगाई जा रही है। सभी दरोगाओं को निर्देश दिए गए हैं कि सड़क पर कहीं कचरा दिखाई नहीं दे। कचरा फेकने पर जुर्माना की कार्रवाई भी की जा रही है।
मालूम हो कि नगरपालिका ने गत वर्ष ४६०० शहरों की रैकिंग में ८९ रैंक हासिल की थी जबकि नपा की तैयारी अंडर-५० की थी। इसी इरादे से नपा इस बार और बेहतर स्थिति में आने की तैयारी में है। नपा कर्मचारियों के मुताबिक शहर की स्वच्छता एवं जागरुकता के लिए दीवार लेखन, पेंटिंग का कार्य कराया जा चुका है। वहीं शहर के करीब २५ स्थानों पर कचरा पेटियां लगाई जा रही है। घर-घर कचरा लेने की व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा। इसके अलावा सड़कों पर कचरा न दिखे इसके लिए सभी दरोगाओं को निर्देश दिए गए हैं। टे्रंचिंग ग्राउंड को व्यवस्थित किया जा रहा। वहीं नालियों की सफाई के लिए २० लोगों की टीम बनाई गई है जो दो माह तक सिर्फ नालियों की स्वच्छता पर ध्यान देगी और नियमित सफाई कार्य करेगी।
सड़क पर कचरा फेकने पर जुर्माना की कार्रवाई
स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी के तहत सड़क पर कचरा फेकने वालों पर नजर रखी जा रही है। इसके लिए नपा में बने निगरानी कक्ष में सीसीटीवी फुटेज देखे जा रहे और पिछले माह करीब २० लोगों पर जुर्माना की कार्रवाई कर ऐसे लोगों से १०० रुपए से १ हजार रुपए तक जुर्माना कर ८ हजार रुपए वसूले गए। इस अपै्रल माह के भी इन पांच दिनों में करीब ६ लोगों पर जुर्माना की कार्रवाई की जा चुकी है। नपा कर्मचारियों के मुताबिक पूर्व में शहर में कई घूरे थे जिन्हें खत्म किया गया लेकिन फिर भी लोग कचरा डालने से नहीं रुक रहे। जुर्माना व समझाइश के बाद अब कुछ घूरे खत्म भी हुए हैं।
आठ दिन में ४०० लोगों ने दिया फीड बैक
स्वच्छता कार्य पर लोगों से फीड बैक लिया जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण में फीड बैक में १२५० अंक है। अधिक से अधिक लोग अपना फीड बैक दे सके। इसके लिए घर-घर जाकर करीब २० हजार पेंपलेट वितरित किए गए हैं इन पेंपलेटों में वे सवाल भी दिए गए जिनके जबाव फीड बैक में चाहिए। इसके लिए लोगों को जागरुक भी किया गया। इस कार्य से जुड़े कर्मचारियों के मुताबिक आबादी के मान से करीब ४ हजार लोगों का फीड बैक लिया जाना है।
सारी मशक्कत के बाद भी गंदगी कम नहीं
नपा की इन सारी मशक्कत के बाद भी शहर में गंदगी कम नहीं है। स्वर्णकार कॉलोनी, डंडापुरा, शिक्षक कॉलोनी मार्ग, अरिहंत विहार कॉलोनी आदि कई क्षेत्र एवं सड़कें ऐसी जहां कचरों के ढेर लग रहे हैं। खाली प्लॉट भी कचरा घर बने हुए हैं वहीं नालियां कई माह से साफ नहीं हो सकी है। नागरिकों का कहना है कि जमीनी स्वच्छता कार्य के स्थान पर नगरपालिका शहर की दीवारों पर पेंटिंग कराने एवं सौंदर्यीकरण पर ही राशि खर्च करती आई वहीं कुछ मुख्य सड़कों पर स्वच्छता को लेकर ध्यान दिया जा रहा जबकि शहर की बस्तियों के अंदर हर तरफ गंदगी पसरी हुई है।
वर्जन
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर अच्छी तैयारी है। व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया है। नालियों की सफाई के लिए २० लोगों का दल बनाया गया है। स्टॉफ की कमी और जनता का अपेक्षानुरूप सहयोग नहीं मिलने से कुछ समस्या आ रही है।
-सुधीरसिंह, सीएमओ
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