प्राथमिक स्कूल हरिपुरा, सूवात लाइन स्कूल, माधवगंज क्रमांक-दो स्कूल में प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल के परीक्षार्थी फर्स पर टाट पट्टी पर बैठकर परीक्षा दे रहे थे। फर्स पर उनका रोल नंबर लिखे हुए थे, जहां उन्हें रोल नंबर के आधार पर बैठाया गया। प्रश्न पत्र में ज्यादातर वास्तुनिष्ठ प्रश्न व चित्र पर आधारित प्रश्न थे। यहां आवजर्वर प्रतिभा बरसैया ने परीक्षा कार्य का निरीक्षण किया। इसी तरह अनिवार्य तोपपुरा स्कूल में नायब तहसीलदार पारुल चौधरी निरीक्षण के लिए पहुंची। बीआरसी लक्ष्मणसिंह यादव ने शेरपुरा कन्या शाला, देवखजूरी, अहमदानगर, दुपारिया, बेरखेड़ी कछवाह, बिलौरी, परासीगूजर, सुगनाखेड़ी आदि गांव की शालाओं में पहुंचकर परीक्षा का निरीक्षण किया।
यहां पड़े प्रश्नपत्र कम
कुछ स्कूलों में प्रश्न पत्र कम पडऩे पर उन स्कूलों में शीघ्रता से इसकी पूर्ति की गई। विदिशा के नंदवाना स्कूल एवं बागरी स्कूल में इस तरह की समस्या आई यहां दो-तीन प्रश्न पत्र कम पड़ रहे थे। जानकारी मिलने पर इन स्कूलों में प्रश्न पत्र भिजवाए गए।
बहुत कम विद्यार्थी रहे अनुपस्थित
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक परीक्षा में बहुत कम विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। हर स्कूल में एक से तीन बच्चे तक अनुपस्थित रहने की स्थिति मिली। इन बच्चों के संबंध में जानकारी ली गई तो बीमार होने व शादी में जाने के बाद समय पर लौटकर न आ पाने जैसी स्थिति सामने आई।
मालूम हो कि शुक्रवार को भी परीक्षा होगी एवं शनिवार को स्कूलों में बालसभा का आयोजन होगा। मालूम हो कि की यह परीक्षा में जिले की 1863 शासकीय प्राथमिक शालाएं एवं 779 शासकीय माध्यमिक शालाओं में शुरू हुई जिसमें इन विद्यालयों के 1 लाख 38 हजार 695 विद्यार्थी शामिल है।