परीक्षार्थियों को रोककर किया प्रचार
उत्कृष्ट स्कूल में स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई। सुबह नौ बजे से परीक्षा शुरू होना थी और स्कूल कैंपर में मुख्य द्वार से प्रवेश के बाद कुछ शिक्षक बच्चों के मार्गदर्शन के लिए खड़े थे, लेकिन इसके बावजूद कैंपस में ही दफ्तर के सामने चबूतरे पर एनआरआई कॉलेज का एक प्रतिनिधी बैठा हुआ था, जो परीक्षा देने आने वाले परीक्षार्थियों को रोक-रोककर उनके नाम और मोबाइल नम्बर डायरी में नोट कर रहा था और उनसे 12वीं के बाद उनके कॉलेज में प्रवेश की बात करते हुए कॉलेज का प्रचार-प्रसार कर रहा था। जबकि यह सब काम परीक्षा केंद्र के बाहर परीक्षा समाप्त होने पर किया जाता है, लेकिन उसके द्वारा परीक्षार्थियों को रोककर बातचीत करने से परीक्षा कक्ष तक पहुंचने में विद्यार्थियों को देरी हुई, लेकिन प्रबंधन ने उसे बाहर जाने के लिए नहीं कहा। परीक्षा समाप्त होने पर एमएलबी स्कूल, उत्कृष्ट स्कूल, जैन हायर सेकंडरी स्कूल सहित कई परीक्षा केंद्रों पर यातयात जाम की स्थिति देखने को मिली।
उत्कृष्ट स्कूल में स्कूल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई। सुबह नौ बजे से परीक्षा शुरू होना थी और स्कूल कैंपर में मुख्य द्वार से प्रवेश के बाद कुछ शिक्षक बच्चों के मार्गदर्शन के लिए खड़े थे, लेकिन इसके बावजूद कैंपस में ही दफ्तर के सामने चबूतरे पर एनआरआई कॉलेज का एक प्रतिनिधी बैठा हुआ था, जो परीक्षा देने आने वाले परीक्षार्थियों को रोक-रोककर उनके नाम और मोबाइल नम्बर डायरी में नोट कर रहा था और उनसे 12वीं के बाद उनके कॉलेज में प्रवेश की बात करते हुए कॉलेज का प्रचार-प्रसार कर रहा था। जबकि यह सब काम परीक्षा केंद्र के बाहर परीक्षा समाप्त होने पर किया जाता है, लेकिन उसके द्वारा परीक्षार्थियों को रोककर बातचीत करने से परीक्षा कक्ष तक पहुंचने में विद्यार्थियों को देरी हुई, लेकिन प्रबंधन ने उसे बाहर जाने के लिए नहीं कहा। परीक्षा समाप्त होने पर एमएलबी स्कूल, उत्कृष्ट स्कूल, जैन हायर सेकंडरी स्कूल सहित कई परीक्षा केंद्रों पर यातयात जाम की स्थिति देखने को मिली।
एमएलबी में सड़क पर की बच्चों की जांच
ए मएलबी स्कूल में सुबह आठ बजे से परीक्षार्थियों का जमावड़ा लग गया था। साढ़े आठ बजे से बच्चों को एक छोटे वाले गेट से प्रवेश देना शुरू किया गया। इस दौरान गेट के सामने सड़क पर ही छात्र-छात्राओं की कतार लगवा दी गई। जिससे विद्यार्थी बीच सड़क पर खड़े थे और वहां से निकलने वाले वाहन चालक और राहगीर परेशान हो रहे थे। ऐसे में कोई दुर्घटना भी घटित हो सकती थी। वहीं सड़क पर ही एक शिक्षक द्वारा विद्यार्थियों की जेबों और कपड़ों की जांच इस तरह से की जा रही थी। वहीं सड़क पर जांच होने से कई विद्यार्थियों में नाराजगी देखने को मिली, लेकिन वे मजबूरीवश वे कुछ कह नहीं सके। वहीं शिक्षक द्वारा जांच करने के बाद गेट के बाहर ही भृत्य द्वारा दोबारा उनकी जांच की जा रही है। जिससे राहगी यह सब दृश्य देखकर आश्चर्यचकित हो रहे थे।
ए मएलबी स्कूल में सुबह आठ बजे से परीक्षार्थियों का जमावड़ा लग गया था। साढ़े आठ बजे से बच्चों को एक छोटे वाले गेट से प्रवेश देना शुरू किया गया। इस दौरान गेट के सामने सड़क पर ही छात्र-छात्राओं की कतार लगवा दी गई। जिससे विद्यार्थी बीच सड़क पर खड़े थे और वहां से निकलने वाले वाहन चालक और राहगीर परेशान हो रहे थे। ऐसे में कोई दुर्घटना भी घटित हो सकती थी। वहीं सड़क पर ही एक शिक्षक द्वारा विद्यार्थियों की जेबों और कपड़ों की जांच इस तरह से की जा रही थी। वहीं सड़क पर जांच होने से कई विद्यार्थियों में नाराजगी देखने को मिली, लेकिन वे मजबूरीवश वे कुछ कह नहीं सके। वहीं शिक्षक द्वारा जांच करने के बाद गेट के बाहर ही भृत्य द्वारा दोबारा उनकी जांच की जा रही है। जिससे राहगी यह सब दृश्य देखकर आश्चर्यचकित हो रहे थे।
सीबीएसई में सिर्फ दो रहे अनुपस्थित
सीबीएसई में हायर सेकंडरी का अंग्रेजी का पेपर था। वहीं हाई स्कूल का आईटी का। केंद्रीय विद्यालय और वात्सल्य स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। हायर सेकंडरी हाई स्कूल में कुल 440 परीक्षार्थी शािमल होना थे, इनमें से दो अनुपस्थित रहे। सुबह साढ़े दस से परीक्षा शुरू होना थी, जिसके लिए सुबह साढ़े नौ बजे से ही बच्चों का परीक्षा केंद्र पर प्रवेश शुरू हो गया था। कान्वेंट स्कूल की हर्षी अजीज, रिमझिम श्रीवास्तव, शालिका चतुर्वेदी और रितिका राठी आदि ने बताया कि अंग्रेजी का पहला पेपर इतना सरल था कि ढाई घंटे में ही हो गया था।
सीबीएसई में हायर सेकंडरी का अंग्रेजी का पेपर था। वहीं हाई स्कूल का आईटी का। केंद्रीय विद्यालय और वात्सल्य स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। हायर सेकंडरी हाई स्कूल में कुल 440 परीक्षार्थी शािमल होना थे, इनमें से दो अनुपस्थित रहे। सुबह साढ़े दस से परीक्षा शुरू होना थी, जिसके लिए सुबह साढ़े नौ बजे से ही बच्चों का परीक्षा केंद्र पर प्रवेश शुरू हो गया था। कान्वेंट स्कूल की हर्षी अजीज, रिमझिम श्रीवास्तव, शालिका चतुर्वेदी और रितिका राठी आदि ने बताया कि अंग्रेजी का पहला पेपर इतना सरल था कि ढाई घंटे में ही हो गया था।