सोमवार को हाटबाजार का दिन होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में नागरिक शहर आए हुए थे और जमकर खरीदारी की। बड़ा बाजार में लगे राखी बाजार में सुबह से लेकर रात तक राखी खरीदने के लिए बहनों की भीड़ रही। इसी प्रकार बड़ा बाजार से लेकर माधवगंज तक दिनभर भीड़ रही। वहीं शाम को हुई कुछ देर की बारिश के बावजूद बाजार से रौनक दूर नहीं हुई। बाजार में नारियल, रुमाल और राखी की सबसे ज्यादा मांग रही। नालियरल आठ रुपए से लेकर 15 रुपए तक बिक। वहीं रुमाल 10 रुपए से लेकर 50 रुपए कीमत में उपलब्ध थे।
200 से 2 हजार रुपए तक की साड़ी की मांग अधिक
बाजार में सभी कपड़ा दुकानों पर दिनभर भीड़ देखने को मिली। नाकोड़ा साड़ीज सेंटर संचालक श्याम गर्ग ने बताया कि बाजार में सबसे ज्यादा मांग कॉटन साड़ी, महसूर की सााड़ी, क्रेप साड़ी, बनारसी साड़ी और सिंथेटिक साडिय़ों की सर्वाधित मांग है। यह सभी बैरायटी की साड़ी 200 रुपए से लेकर 2 हजार रुपए कीमत में उपलब्ध हैं। इसी प्रकार सलवारसूट, जींस, ट्राउजर सहित बच्चों के कपड़े भी खूब बिक रहे हैं।
बाजार में सभी कपड़ा दुकानों पर दिनभर भीड़ देखने को मिली। नाकोड़ा साड़ीज सेंटर संचालक श्याम गर्ग ने बताया कि बाजार में सबसे ज्यादा मांग कॉटन साड़ी, महसूर की सााड़ी, क्रेप साड़ी, बनारसी साड़ी और सिंथेटिक साडिय़ों की सर्वाधित मांग है। यह सभी बैरायटी की साड़ी 200 रुपए से लेकर 2 हजार रुपए कीमत में उपलब्ध हैं। इसी प्रकार सलवारसूट, जींस, ट्राउजर सहित बच्चों के कपड़े भी खूब बिक रहे हैं।
चांदी की राखी 600 रुपए तक
बाजार में इस बार जहां तिरंगा राखी और स्टोन राखी की जबरदस्त मांग है। वहीं सराफा दुकानों पर चांदी की राखी भी खूब बिक रहीं हैं। कंचन ज्वेलर्स संचालक मदन मोहन अग्रवाल ने बताया कि उनके यहां 200 रुपए से लेकर 600 रुपए कीमत में एक से बढ़कर एक चांदी की राखियां उपलब्ध हैं। जिनकी खूब बिक्री हो रही है।
बाजार में इस बार जहां तिरंगा राखी और स्टोन राखी की जबरदस्त मांग है। वहीं सराफा दुकानों पर चांदी की राखी भी खूब बिक रहीं हैं। कंचन ज्वेलर्स संचालक मदन मोहन अग्रवाल ने बताया कि उनके यहां 200 रुपए से लेकर 600 रुपए कीमत में एक से बढ़कर एक चांदी की राखियां उपलब्ध हैं। जिनकी खूब बिक्री हो रही है।
दिनभर होता रहा यातायात जाम
राखी के त्योहार के चलते बाजार में जहां दिनभर भीड़ रही। वहीं यातायात व्यवस्था भी चौपट नजर आई। जिसके चलते बड़ा बाजार से लेकर माधवगंज तक दिन में कई बार यातायात जाम की स्थिति देखने को मिली। जिसके चलते जहां वाहन रैंगते नजर आ रहे थे, वहीं राहगीरों का चलना भी मुश्किल हो रहा था।
राखी के त्योहार के चलते बाजार में जहां दिनभर भीड़ रही। वहीं यातायात व्यवस्था भी चौपट नजर आई। जिसके चलते बड़ा बाजार से लेकर माधवगंज तक दिन में कई बार यातायात जाम की स्थिति देखने को मिली। जिसके चलते जहां वाहन रैंगते नजर आ रहे थे, वहीं राहगीरों का चलना भी मुश्किल हो रहा था।
ट्रेन, बसों में नहीं मिल रही जगह
त्योहार के चलते बहनों का भाईयों के घर आना शुरु हो गया है। जिसके चलते ट्रेन और बस यात्रियों से फुल चल रही हैं। मंगलवार को बसस्टैंड यात्रियों से खचाखच भरा हुआ था, जैसे ही कोई बस आती तो उसमें चढऩे के लिए यात्री दौड़ लगाने लगते। लेकिन सभी को बस में सीट नहीं मिल पा रहीं थीं। कई यात्रियों को खड़े-खड़े यात्रा करना पड़ी। इसी प्रकार ट्रेने भी यात्रियों से फुल चल रही हैं। सुबह झेलम और पंजाबमेल एक्सप्रेस में कई यात्री भीड़ के कारण चढ़ ही नहीं पाए। ऐसे में वे शाम को अन्य ट्रेन से अपने गंतव्य तक गए।
त्योहार के चलते बहनों का भाईयों के घर आना शुरु हो गया है। जिसके चलते ट्रेन और बस यात्रियों से फुल चल रही हैं। मंगलवार को बसस्टैंड यात्रियों से खचाखच भरा हुआ था, जैसे ही कोई बस आती तो उसमें चढऩे के लिए यात्री दौड़ लगाने लगते। लेकिन सभी को बस में सीट नहीं मिल पा रहीं थीं। कई यात्रियों को खड़े-खड़े यात्रा करना पड़ी। इसी प्रकार ट्रेने भी यात्रियों से फुल चल रही हैं। सुबह झेलम और पंजाबमेल एक्सप्रेस में कई यात्री भीड़ के कारण चढ़ ही नहीं पाए। ऐसे में वे शाम को अन्य ट्रेन से अपने गंतव्य तक गए।
गत वर्ष की अपेक्षा इस साल रक्षाबंधन के त्योहार पर बाजार ज्यादा गुलजार नजर आ रहा है। कपड़ा, ज्वेलरी से लेकर लगभग सभी सामानों की दुकानों पर खूब बिक्री हो रही है। रक्षाबंधन पर करीब 5 करोड़ से ज्यादा के व्यापार की उम्मीद है।
– सुरेश मोतियानी, पूर्व अध्यक्ष, व्यापार महासंघ, विदिशा
– सुरेश मोतियानी, पूर्व अध्यक्ष, व्यापार महासंघ, विदिशा