scriptसमर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में नहीं दिख रही किसानों की रुचि | Farmers are not interested in selling wheat on support price | Patrika News

समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में नहीं दिख रही किसानों की रुचि

locationविदिशाPublished: Apr 02, 2022 01:08:11 am

Submitted by:

Bharat pandey

87377 पंजीकृत किसान… अब तक सिर्फ 7502 किसानों ने बुक कराए स्लाट

समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में नहीं दिख रही किसानों की रुचि

समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने में नहीं दिख रही किसानों की रुचि

विदिशा। समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 4 अपे्रल से शुरू होने जा रही है। इसकी समस्त तैयारियां केंद्रों पर जारी है, लेकिन जिले में अब तक 7 हजार 502 किसानों ने ही अनाज विक्रय के लिए स्लाट बुक कराए हैं जबकि पंजीकृत किसानों की संख्या 87 हजार 377 है। जबकि शासन के नियमानुसार गेहूं विक्रय के लिए स्लाट बुक कराना अनवार्य है। ऐसे में करीब 79 हजार किसानों की संख्या सामने आ रही जो स्लाट बुक न होने की स्थिति में अनाज विक्रय को लेकर संकट में आ जाएंगे।

मालूम हो कि जिले में समर्थन मूल्य खरीदी में अनाज विक्रय के लिए कुल 93 हजार 923 हुए हैं जिनमें गेहूं के पंजीयन 87 हजार 377 है। अनाज खरीदी के लिए जिले में 199 खरीदी केेंद्र बनाए गए हैं, जहां किसान समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्ंिवटल पर पर अपना गेहूं बेच सकेंगे। यह खरीदी 4 अपे्रल से 16 मई तक चलेगी। इस बार किसानों को स्लाट बुक करने की सुविधा दी गई जिसमें किसान खुद ही अपनी सुविधानुसार खरीदी केंद्र चुन सकेंगे। वह एक बार में ही अपना बेच सकेगा। एसएमएस का इंतजार व बार-बार अनाज बेचने की स्थिति नहीं रहेगी। किसान अपने मोबाइल से, एमपी ऑनलाइन से, लोक सेवा केंद्र से आदि से स्लाट बुकिंग करा सकेंगे। किसानों ने पंजीयन कार्यमें तो रुचि दिखाई पर स्लॉट बुकिंग में किसान पिछड़ रहे हैं और अब तक बहुत कम ही किसान स्लॉट बुक कर पाए हैं।

 

खरीदी केेंद्रों पर व्यवस्थाओं की तैयारियां शुरू
इधर खरीदी केंद्रों पर व्यवस्थाओं की तैयारी शुरू हो चुकी है। खरीदी केंद्र के कर्मचारी बताते हैं कि खरीदी केंद्रों पर कांटे दुरुस्त कराए जा रहे हैं। केंद्रों पर पर्याप्त बारदाने आ चुके हैं। पीने के पानी के लिए मटकों की व्यवस्थाएं की जा रही है। किसानों को छायादार स्थान बनाने के लिए टेंट की व्यवस्था की जा रही वहीं उनके बैठने के लिए कुर्सियोंं के इंतजाम किए जा रहे हैं। गेहूं में नमी मापने के लिए मॉइस्चर मीटर और गेहूं की छनाई के लिए छन्ना आदि की व्यवस्थाएं केंद्रों पर की जा रही है।


इस बार कम खरीदी की आशंका
स्लाट स्लाट बुक करने मेंं किसानों का कम रुझान दिखाई देने से इस बार गहूं की कम खरीदी होने की आशंका जताई जा रही है। खरीदी केंद्रों से जुड़े कर्मचारियों के मुताबिक इस वर्ष किसानों के पंजीयन भी पूर्वकी अपेक्षा कम हुए हैं। गत वर्ष 1 लाख 19 हजार 46 किसानों ने पंजीयन कार्य कराया था जबकि इस वर्ष 93 हजार 923 किसानों ने ही पंजीयन कराया है। वहीं खरीदी में स्लॉट बुकिंग को अनिवार्य माना जा रहा है इसके बाद भी बहुत कम किसानों ने स्लॉट बुक कराए हैं। ऐस में किसानों की मंडी में अनाज बेचने में ज्यादा रुचि दिखाईदे रहे हैं।

 

खरीदी केंद्रों में सभी इंतजाम किए जा रहे हैं
खरीदी केंद्रों में सभी आवश्यक तैयारियां शुरू हो चुकी है। किसानों को किसी तरह की असुविधा न हो ऐसे सभी इंतजाम केंद्रों में किए जा रहे हैं। केंद्रों पर छन्ना की व्यवस्था की जा रही वहीं किसानों को प्रेरित किया जाएगा कि वे घर से साफ सुथरा और छना हुआ गेहंू लेकर केंद्र पर लाएं। उन्होंने बताया कि मंडी में नकद भुगतान व गेहूं के अच्छे दाम मिलने के कारण किसानों का रुझान मंडी मेंं बेचने का अधिक लग रहा। इससे केंद्रों में कम खरीदी की आशंक बन रही है।
राजेंद्र कटारे, सहकारिता कर्मचारी नेता


स्लॉट बुक कराना अनिवार्य है
समर्थन मूल्य पर अनाज का विक्रय करने के लिए किसानों को स्लॉट बुक कराना अनिवार्यहै। स्लॉट बुकिंग के अभाव में किसान फसल का विक्रय नहीं कर पाएंगे।
रश्मि साहू, जिला खाद्य अधिकारी

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