scriptमंडी में नकद भुगतान न होने पर आक्रोशित हुए किसान | Farmers frustrated with no cash payment in market | Patrika News

मंडी में नकद भुगतान न होने पर आक्रोशित हुए किसान

locationविदिशाPublished: Jun 19, 2019 11:35:22 am

Submitted by:

Bhupendra malviya

किसानों ने की एफआईआर की तैयारी तब मंडी सचिव ने दिलाया भुगतान

news

मंडी में नकद भुगतान न होने पर आक्रोशित हुए किसान

विदिशा। अनाज मंडी में उपज का नकद भुगतान कराने की व्यवस्था गड़बड़ाने लगी है। मंगलवार को जब मंडी में कई किसानों को नकद भुगतान नहीं मिला तो किसान आक्रोशित हुए। इस दौरान किसान नेता भी पहुंच गए और इस मामले को लेकर एफआईआर कराने की तैयारी होने लगी। किसानों का विरोध देखते हुए मंडी सचिव ने इन किसानों को व्यापारियों से नकद भुगतान कराया। किसानों का कहना रहा कि वे मंडी मेें अनाज बेंचने सुबह ही आ गए थे।

10 हजार रुपए नकद देने की बात कही गई
सुबह भी नकद भुगतान की बात को लेकर मंडी समिति व व्यापारियों के बीच टकराव की स्थिति बन रही थी। इस दौरान करीब 20 मिनट तक नीलाम कार्य रुका रहा। नीलाम होने के बाद दोपहर में जब किसान भुगतान के लिए व्यापारियों के फर्म पर पहुंचे तो उन्हें सिर्फ 10 हजार रुपए नकद देने की बात कही गई।

 

सचिव को बताई समस्या
जबकि किसान मंडी नियमों का हवाला देकर नकद भुगतान चाह रहे थे। किसानों को नकद भुगतान न होने पर किसान नेता मोहरसिंह रघुवंशी पहुंचे और किसानों को लेकर मंडी कार्यालय गए जहां सचिव कमल बगवैया को समस्या बताई।

 

किसी के यहां शादी किसी को करना थी जरूरी खरीदी
मोतीपुरा निवासी किसान धनवीर का कहना रहा कि करीब 45 हजार का गेहूं बेंचा जबकि फर्म उसे सिर्फ 10 हजार रुपए नकद देने की बात कह रही है। इसी तरह ग्राम देहरी निवासी गजानंद शर्मा ने 73 हजार 599 रुपए, पड़रिया ग्राम के किसान ने राजकुमारी कुशवाह के नाम 23 हजार 651 रुपए का भुगतान होना था, लेकिन इन सभी को 10-10 हजार रुपए दिए जा रहे थे।

 

किसानों का कहना है कि किसी के यहां शादी है। किसी को आगामी फसल की तैयारी करना है इसलिए नकद भुगतान की जरूरत है, लेकिन व्यापारी पूरी राशि नकद नहीं दे रहे। इससे उन्हें समस्या आएगी। मंडी सचिव ने व्यापारियों से की चर्चा किसान नेता रघुवंशी सहित अन्य सभी किसान मंडी सचिव बगवैया से मिले।

 

एफआईआई कराने की बात कही
जहां नकद भुगतान न होने की स्थिति में किसान नेता नेता ने एफआईआई कराने की बात पर जोर दिया। इस पर मंडी सचिव ने व्यापारियों से चर्चा की और किसानों को नकद भुगतान हो पाया। भुगतान की इस उलझन के बीच किसान करीब एक घंटे तक परेशान होते रहे।


किसानों को उनकी उपज का पूरा भुगतान नकद नहीं होने की समस्या पर मंडी आए थे। भुगतान न होने की स्थिति में किसान एफआईआर कराने को तैयार थे। बाद में मंडी सचिव की समझाइश पर किसानों को भुगतान हो सका।
मोहरसिंह रघुवंशी, किसान नेता


किसान को उपज विक्रय का उसी दिन भुगतान का नियम है जिसका हम पालन कर रहे हैं। दो्र लाख तक नकद भुगतान में इनकम टेक्स संबंधी समस्या है। इसीलिए 10 हजार की नकद राशि देकर उसी दिन एनइएफटी, आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान किया जा रहा।

महेंद्र जैन, प्रवक्ता, अनाज तिलहन संघ

मंडी में अब तक भुगतान की समस्या नहीं थी। 17 जून को अनाज व्यापारियों ने देवास में संघ की हुई बैठक का हवाला देकर 10 हजार नकद भुगतान की व्यवस्था का पत्र दिया है। सोमवार को भी कुछ किसानों की समस्या आई थी, जिन्हें बाद मेें उनकी उपज का पूरा भुगतान कराया गया।

कमल बगवैया, सचिव, मंडी समिति

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो