वहीं ग्राम गोबरहेला के किसान बृजकिशोर राठी ने बताया कि सोयाबीन फसल में लागत नहीं निकल रही वहीं इसकी कटाई महंगी पड़ रही ऐसे में किसान फसल में किसी तरह का लाभ नहीं देख रहा और फसल को मवेशियों के हवाले करने की नौबत बनी है।
उड़द फसल का भी यही हाल
वहीं ग्राम लोदाखेड़ी के किसान एवं राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ संगठन के अध्यक्ष लाखनसिंह, जिला महामंत्री राजकुमार ने बताया कि उनके क्षेत्र में अतिवृष्टि से उड़द व धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। ग्राम लोदाखेड़ी में किसान कल्याणसिंह ने अपनी उड़द फसल में मवेशी छोड़ दिए हैं।
इसी तरह हसनपुर के किसान चरणसिंह ने उड़द फसल के साथ ही धान की बर्बाद फसल मवेशियों के हवाले कर दी है। उन्होंने बताया कि ग्राम सलैया, थानदेर, सनोटी, बीलाखेड़ी, पीपलखेड़ा, पुरेनिया, गंगरबाड़ा, आदि कई गांव में इस तरह की स्थिति बन गई है।