ग्यारसपुर ब्लॉक के ग्यारसपुर सहित अटारीखेजड़ा, इमलावदा और मानौरा सौसायटी के करीब 50 से अधिक गांव के किसानों के चने की खरीदी का केंद्र इस बार विदिशा में मोहित वेयर हाउस पर बनाया गया है। इस कारण जबकि ग्यारसपुर से विदिशा की दूरी करीब 40 किमी है। इस पर भी कई गांव तो 45 से 50 किमी दूर हैं। ऐसे में यहां कि किसानों को समर्थन मूल्य पर चना बेचने के लिए 80 से 100 किमी का चक्कर लगाना पड़ रहा है। ऐसे में किसानों के समय की बर्बादी के साथ ही उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। इमलावदा के चरणसिंह और अटारीखेजड़ा के किसान सुंदरसिंह शर्मा आदि ने बताया कि इतने दूर खरीदी केंद्र बनाए जाने से क्षेत्र के करीब 5 हजार से अधिक किसान परेशान हो रहे हैं।
कई केंद्रों पर नहीं हो पा रही खरीदी
जिलेभर में समर्थन मूल्य पर चना खरीदी के लिए कुल 49 केंद्र बनाए गए हैं। बनने को तो यह केंद्र विगत माह बन जाने थे, लेकिन एक माह बाद जैसे-तैसे खरीदी केंद्र शुरू हुए भी तो, कई केंद्रों पर गेहूं का परिवहन नहीं हो पाने के कारण वहां चना की खरीदी नहीं हो पा रही है। इससे किसानों को चना बेचने के लिए या तो बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, या फिर लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
जिलेभर में समर्थन मूल्य पर चना खरीदी के लिए कुल 49 केंद्र बनाए गए हैं। बनने को तो यह केंद्र विगत माह बन जाने थे, लेकिन एक माह बाद जैसे-तैसे खरीदी केंद्र शुरू हुए भी तो, कई केंद्रों पर गेहूं का परिवहन नहीं हो पाने के कारण वहां चना की खरीदी नहीं हो पा रही है। इससे किसानों को चना बेचने के लिए या तो बार-बार चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, या फिर लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
समर्थन मूल्य पर चना खरीदी के लिए एक माह बाद सभी 49 केंद्र शुरू हो गए हैं और लगभग सभी केंद्रों पर चना की खरीदी शुरू हो गई है। गेहूं की अपेक्षा चना के खरीदी केंद्रों कम बनाए जाते हैं और लगभग 40 किमी दूरी पर केंद्र बनाए जा सकते हैं।
-महेंद्र ठाकुर, नोडल अधिकारी, विदिशा
-महेंद्र ठाकुर, नोडल अधिकारी, विदिशा