scriptशहर में गलियां ऐसी की नहीं पहुंच पाती फायर ब्रिगेड | Fire brigade could not reach the streets in the city | Patrika News

शहर में गलियां ऐसी की नहीं पहुंच पाती फायर ब्रिगेड

locationविदिशाPublished: Feb 16, 2020 09:34:24 pm

Submitted by:

Bhupendra malviya

बना रहता आग का डर, बीती रात भी बनी ऐसी स्थिति

firebriged.jpg
विदिशा। शहर के विभिन्न वार्डों में गलियां काफी संकरी है। यहां आग लगने की स्थिति में फायर ब्रिगेड नहीं पहुंच पाती। बस्ती के रहवासियों को हमेशा आग का डर सताता है पर गलियों को व्यवस्थित करने की तरफ कभी भी प्रशासन व नपा ने ध्यान नहीं दिया।
बीती रात एक घर में आग लगने पर ऐसी ही स्थिति सामने आई जब फायर ब्रिगेड को घटना स्थल से दूर खड़ा कर आग बुझाने के प्रयास होते रहे। जैसे तैसे एक अन्य फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची लेकिन बाद में इन दोनों वाहनों को निकाल पाना मुश्किल होता रहा।
यह घटना निकासा कुम्हार गली, बाल्मीकि मौहल्ले में नपा कर्मचारी मुन्नीबाई बाल्मीकि के यहां हुई। यहां घर की छत पर बने दो कमरों में आग लग गई तो फायर ब्रिगेड को मौके पर पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ी। जैसे तैसे फोम वाली छोटी फायर ब्रिगेड पहुंची लेकिन वह आग बुझाने में सक्षम साबित नहीं हो रही थी।
वहीं दूसरी बड़ी फायर ब्रिगेड संकरी गलियां होने से दूसरे मार्ग से होकर मौके पर पहुंचने का प्रयास कर रही थी। उसे मकान से कुछ दूर ही खड़े रहना पड़ा और बाद में इस फायर ब्रिगेड को यहां बाहर निकलने में चालक व अन्य कर्मचारियों को तीन घंटे लगे। जुगाड़ से बुझाना पड़ी आग संकरी गलियां होने से आग बुझाने के लिए जुगाड़ लगाना पड़ रही थी।
छोटी फायर ब्रिगेड में कम पानी रहने से इस फायर ब्रिगेड को आसपास के रहवासियों की पांच पानी की मोटर चलाकर इसे लगातार पानी से भरा जाता रहा वहीं घर से कुछ दूर खड़ी फायर ब्रिगेड को इस घर तक पानी पहुंचाने के लिए कई पाइपों को जोडऩा पड़ा और करीब एक घंटे बाद आग बुझ सकी।
इस आग में किराए से रहने वाले सूरज लोहट की गृहस्थी का सारा सामान जली गया। सूरज का कहना है कि घर में 40 हजार रुपए थे जो जल गए। उसके मुताबिक 21 फरवरी को उसके भाई भारत की शादी भी है। शादी के लिए खरीदा गया सारा सामान जेवर आदि भी जल गए। उसके अनुसार तीन से चार लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
शहर के आधा दर्जन वार्ड मुश्किल में-

शहर में आधा दर्जन से अधिक वार्ड ऐसे माने जा रहे जहां 80 प्रतिशत गलियां हैं और यहां फायर ब्रिगेड पहुंच पाना संभव नहीं है। पार्षद राजेश नेमा के मुताबिक वार्ड क्रमांक-9, 13, 14, 15, 16, 17 आदि वार्ड में गलियां कहीं दस फिट तो कहीं पांच फिट में सिमट गई। रहवासियों ने छज्जे बाहर निकाल लिए तो वहीं कुछ लोगों ने सीडिय़ां बना ली।
इससे भी गलियां सकरी हुई है और आग जैसी घटना में इन क्षेत्रों में फायर ब्रिगेड पहुंच पाना मुश्किल बना हुआ है। यह है संकरी गलियां -बड़ा जैन मंदिर गली -चौबेजी मंदिर गली -पीतलिया वाली गली -मुगलटोला क्षेत्र -जयस्तंभ से खाई रोड की गलियां -नंदवाना में श्रीजी गली -वृंदावन गली -बजरिया पुलिस चौकी के पीछे की गलियां -तोपपुरा नाई मौहल्ला -बोहरावाली गली -बालाजी मंदिर क्षेत्र -बक्सरिया क्षेत्र…
गलियों से अतिक्रमण हटाकर उन्हें वास्तविक आकार में लाया जाएगा। इन क्षेत्रों में फायर ब्रिगेड आसानी से पहुंच सके। इसके लिए नगर पालिका शीघ्र ही छोटी फायर ब्रिगेड भी खरीदेगी।

– सुधीरसिंह, सीएमओ
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो