क्षेत्र के बाल कलाकारों ने कनक भवन चलों द्वारे पड़े रहो, सीताराम दरस रस बरसे, श्री रामचंद कृपालु भज मन की शानदार प्रस्तुति दी। झांकी देखने आए हजारों दर्शनार्थियों ने समिति और कलाकारों की खूब सराहना की। देर रात भगवान गणेश, रामदरबार, द्वारकाधीश की महाआरती उतारकर प्रसादी वितरण किया गया।
इस मौके पर पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने भी भगवान की पूजा की। इसी तरह नगर के विभिन्न मोहल्लों में विभिन्न संगठनों द्वारा सजाई गई गणेश झांकियों में भी भीड़ लगी हुईहै और यहां के कार्यक्रमों में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। सुबह-शाम माहौल गणेश जी के जयकारों, आरती और भजनों से गूंज रहा है।
शहर में गणेशोत्सव की है धूम
गणेशोत्सव नगर सहित आसपास के क्षेत्र में बड़े ही हर्षोल्लास एवं भक्तिभाव के साथ मनाया जा रहा है। गणेशोत्सव पर श्रद्धालुओं ने अपने घरों में मिट्टी की गणेश प्रतिमाओं को विराजमान किया। गणेश उत्सव समितियों ने भी नगर के प्रमुख चौक चौराहों और गली-मोहल्लों में झांकी सजाकर गणपति बप्पा की प्रतिमाओं को विधिवत पूजन-अर्चन एवं गाजे-बाजे के साथ विराजमान किया है। इस वर्ष प्रशासन द्वारा पीओपी की प्रतिमाओं के निर्माण एवं विक्रय पर सख्ती से प्रतिबंध न लगाए जाने से पीओपी की बनी प्रतिमाओं की जमकर बिक्री हुई।
विदिशा/बिछिया. गणेशोत्सव के दिनों में गांव में लगी झांकियों के कारण जहां सुबह-शाम भजनों की गूंज रहती थी, वहीं गांव की रौनक भी थी। ग्रामीण देर तक दर्शन करने आते रहते थे। डोलग्यारस को गणेशजी की झांकियों का विसर्जन किया गया। इस अवसर पर हवन पूजा और पूर्णाहुति के साथ विदाई दी गई। प्रतिमाओं को नदी में विसर्जित किया गया।