कैसे कान्हा पे राधा भरोसा करे...ओस के बीच गम्मत से भीगी रात
सनातनश्री हिउस का गम्मत उत्सव

विदिशा. वसंत पंचमी की रात सनातनश्री हिन्दू उत्सव समिति के गम्मत उत्सव के नाम रही। लुप्त होती इस गायन परंपरा में रात 2 बजे तक ओस के बीच गम्मत का रस बरसता रहा और श्रोता मंत्रमुग्ध से खुले में बैठे रहे। प्रसिद्ध गायक घनश्याम महाराज, नारायण महाराज और रईस अहमद ने जो प्रस्तुति दीं तो श्रोता झूम उठे।
बालविहार के कालिदास रंगमंच पर हुए इस कार्यक्रम की शुरुआत रात 9 बजे गणेश वंदना और सरस्वती वंदना से हुआ। वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती की आराधना जब घनश्याम महाराज ने अपने सुरों में पिरोकर-माता सरस्वती देना सहारा, मैने पकड़ा है दामन तुम्हारा, प्रस्तुत की तो श्रोता भक्तिभाव से झूम उठे। फिर गम्मत का रंग गहराता चला गया और इसी बीच वायलिन पर रईस अहमद की प्रस्तति ने खूब सराहना पाई। रईस ने पहले तो गजल सुनाई-मेरे महबूब तुझको वादा निभाना होगा...। और फिर भजनों में लौटते हुए उन्होंने गाया- झूठी आशा मे कब तक रे धीरज धरे, कैसे कान्हा पे राधा भरोसा करे। इस बीच नारायण महाराज, जयराम विश्वकर्मा, एस कुमार चौबे ने भी अपनी प्रस्तुतियों से श्रोताओं को बांधे रखा। गम्मत में भारत, पप्पू आदि ने ढोलक के माध्यम से साथ दिया। सनातनश्री हिउस के अध्यक्ष अतुल तिवारी ने गम्मत में शामिल कलाकारों का शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। इस मौके पर वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज कटारे, कांग्रेस नेत्री आशा सिंह राजपूत, राजेश राय, जमना कुशवाह, कमलेश सूर्यवंशी, नीरज पाल सहित नगर के अनेक गणमान्य लोग और संगीत प्रेमी मौजूद रहे।
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