मंडी में इमली का यह पेड़ सौ वर्ष से अधिक पुराना बताया गया है। इस पेड़ के पास शिकायत निवारण केंद्र है। जिसमें मंडी निरीक्षक, सहायक निरीक्षक, तुलावट व किसान आदि बैठते हैं। घटना के दौरान अगर कर्मचारी बैठे होते तो बड़ी घटना हो सकती थी। इसी कक्ष में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान केंद्र-171 बनाया गया है। मतदान कार्य के लिए यहां कुसी, टेबिलें, बेंचें भी रखी जा चुकी थी। बुधवार की सुबह अचानक यह पेड़ गिरा जिससे केंद्र में की चादरें टूट गई। दीवारें भी कई जगह से क्षतिग्रस्त हुई है। मालूम हो कि एक माह पूर्वआई आंधी में इस पेड़ का एक हिस्सा धरासायी हो गया था। तब से इस पेड़ का एक हिस्सा केंद्र से टिका हुआ था। इस संबंध में कर्मचारियों ने मंडी सचिव को पेड़ के खतरे से आगाह भी किया था, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।
10 मिनट पहले निकले थे सहायक इंस्पेक्टर
पेड़ गिरने के दस मिनट पहले ही मंडी इंस्पेक्टर उमेशचंद शुक्ला कक्ष से बाहर आए थे। शुक्ला ने बताया कि कक्ष का ताला खोलते ही कुर्सियों पर कक्ष की दीवारों से झड़ा प्लास्टर दिखाईदिया था। इस दौरान तुलावटों को मंडी के कट्टे दिए तो चरचराहट की आवाज आई। इसी के साथ ही वे कक्ष से बाहर आ गए और आसपास बैठे छोटे व्यापारियों व अन्य लोगों को वहां से हटने को कहा। मंडी के अन्य कर्मचारियों को जानकारी दी और मंडी की लाइट भी बंद कराई। कुछ ही पल में पेड़ भर भराकर केंद्र के ऊपर गिर गया। इस दौरान वहां से निकलता एक बाइक व कार चालक बाल-बाल बचा।
पेड़ गिरने के दस मिनट पहले ही मंडी इंस्पेक्टर उमेशचंद शुक्ला कक्ष से बाहर आए थे। शुक्ला ने बताया कि कक्ष का ताला खोलते ही कुर्सियों पर कक्ष की दीवारों से झड़ा प्लास्टर दिखाईदिया था। इस दौरान तुलावटों को मंडी के कट्टे दिए तो चरचराहट की आवाज आई। इसी के साथ ही वे कक्ष से बाहर आ गए और आसपास बैठे छोटे व्यापारियों व अन्य लोगों को वहां से हटने को कहा। मंडी के अन्य कर्मचारियों को जानकारी दी और मंडी की लाइट भी बंद कराई। कुछ ही पल में पेड़ भर भराकर केंद्र के ऊपर गिर गया। इस दौरान वहां से निकलता एक बाइक व कार चालक बाल-बाल बचा।
पेड़ गिरने से मतदान केंद्र क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली है। यह पेड़ वहां से हटवाया जा रहा। मतदान केंद्र को शीघ्र दुरुस्त करने के लिए मंडी प्रबंधन से कहा गया है।
-प्रवीण प्रजापति, एसडीएम
-प्रवीण प्रजापति, एसडीएम
मंडी में रही 13 हजार क्ंिवटल की आवक
अ नाज मंडी में शनिवार से तीन दिन के लिए मंडी बंद रहेगी। बुधवार को मंडी में 13 हजार क्ंिवटल की आवक रही। इसमें सर्वाधिक करीब 10 हजार क्ंिवटल आवक गेहूं की रही। अनाज तिलहन व्यापार संघ के प्रवक्ता महेंद्र जैन ने बताया कि गेहंू एवं चने के भाव मेें कुछ तेजी रही। गेहूं 1850 से 2850 तक के भाव बिका वहीं चना के दाम 3850 से 4150 रहे। मसूर एवं सोयाबीन के दाम में स्थिरता रही। मसूर 3650 से 4000 एवं सोयाबीन 3350 से 3550 के भाव बिका। उन्होंने बताया कि चुनाव व अन्य अवकाशों के कारण शनिवार से तीन दिन मंडी बंद रहेगी।
अ नाज मंडी में शनिवार से तीन दिन के लिए मंडी बंद रहेगी। बुधवार को मंडी में 13 हजार क्ंिवटल की आवक रही। इसमें सर्वाधिक करीब 10 हजार क्ंिवटल आवक गेहूं की रही। अनाज तिलहन व्यापार संघ के प्रवक्ता महेंद्र जैन ने बताया कि गेहंू एवं चने के भाव मेें कुछ तेजी रही। गेहूं 1850 से 2850 तक के भाव बिका वहीं चना के दाम 3850 से 4150 रहे। मसूर एवं सोयाबीन के दाम में स्थिरता रही। मसूर 3650 से 4000 एवं सोयाबीन 3350 से 3550 के भाव बिका। उन्होंने बताया कि चुनाव व अन्य अवकाशों के कारण शनिवार से तीन दिन मंडी बंद रहेगी।