scriptसमर्थन मूल्य पर सेकडों किसान नही बेंच पाए धान | Hundreds of farmers could not sell paddy on support price | Patrika News

समर्थन मूल्य पर सेकडों किसान नही बेंच पाए धान

locationविदिशाPublished: Jan 22, 2020 03:46:24 pm

Submitted by:

Bhupendra malviya

किसानों का कहना – व्यवस्थाएं दुरुस्त नही रहने से बनी यह नोबत

किसान के नाम पर व्यापारी द्वारा बेची जा रही थी धान

किसान के नाम पर व्यापारी द्वारा बेची जा रही थी धान

विदिशा। जिले में समर्थन मूल्य पर धान बेचने में किसानों ने पंजीयन में तो रुचि दिखाई पर पंजीकृत किसानों में सेकड़ो किसान धान नही बेंच पाए । वही खरीदी का लक्ष्य भी पूरा नही हो पाया। सोमवार से यह खरीदी अब बन्द हो चुकी है किसानों का कहना है कि समर्थन खरीदी की व्यवस्था दुरुस्त नही थी इसलिए यह नोबत बनी है ।

945 क्विंटल धान की खरीदी हुई है
मिली जानकारी के अनुसार जिले में दो दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हुई थी । इसके लिए धान बेंचने जिले में आठ केंद्र बनाए गए थे। यह खरीदी 20 जनवरी तक चली । इसमे धान के पंजीयक किसान 2 हज़ार 125 थे इसके बदले 1 हज़ार 339 किसानों ने ही अपनी धान बेंची। इस अवधि में समर्थन मूल्य पर 75 हज़ार 945 क्विंटल धान की खरीदी हुई है जबकि लक्ष्य करीब 80 हज़ार क्विंटल का था।

चार करोड़ का भुगतान रुका
जिला खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस धान खरीदी में 1 हज़ार 339 किसानों से 13 करोड़ 80 लाख रुपए की धान खरीदी की गई । इसमें 9 करोड़ 30 लाख की राशि का भुगतान हो चुका जबकि किसानों को 4 करोड़ की राशि का भुगतान होना अभी शेष है।

ई दिन बाद खरीदी शुरू हुई
इस कारण किसानों ने नही ली रुचि इधर किसान नेता लाखन सिंह मीणा ने बताया कि खरीदी केंद्रों की व्यवस्थाएं दुरुस्त नही रहने से इस तरह की नोबत बनी है। उनका कहना है कि धान खरीदी के कुछ केंद्रों में कई दिन बाद खरीदी शुरू हुई ।

कार्य प्रभावित हो रहे है
सप्ताह में पांच दिन ही खरीदी होती थी। वही भुगतान काफी देरी से होने के कारण किसानों को मंडी में बहुत कम दाम पर अपनी धान बेंचना पड़ी है। अभी भी किसान कई दिनों से भुगतान का इंतज़ार कर रहे हैं और राशि नहीं मिलने से किसानों के जरूरी कार्य प्रभावित हो रहे है ।

मंडी में रेट अच्छे मिलने के कारण कई किसानों ने खरीदी केंद्र में धान नही बेंची । भुगतान की समस्या नही है । आगामी तीन दिनों से शेष किसानों का भुगतान हो जाएगा ।
रश्मि साहू , जिला खाद्य अधिकारी

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