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अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र से तापमान में आई गिरावट, जानिये अब कहां हो सकती है बारिश

locationविदिशाPublished: Oct 26, 2019 12:41:51 pm

सीजन का पहला कोहरा ( fog ) पड़ा…

अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र से तापमान में आई गिरावट, जानिये अब कहां हो सकती है बारिश

अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र से तापमान में आई गिरावट, जानिये अब कहां हो सकती है बारिश

विदिशा। मानसून के विदा होने के साथ ही मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को मौसम ( IMD weather ) ने करवट ले ली। एक ओर जहां इस दिन सीजन का पहला कोहरा ( fog ) पड़ा, वहीं सुबह साढ़े छह बजे दृश्यता घटकर केवल 800 मीटर रह गई।
मानसून को लेकर भले ही विदाई की बात अब मौसम विभाग की ओर से भी कही जा रही हो, लेकिन मौसम के जानकारों ( imd weather forecast ) का मानना है कि अभी भी कुछ हल्की ही सही लेकिन बारिश की संभावना बनी हुई है।
वहीं मौसम विभाग से रिटायर्ड हुए एसके शर्मा कहते हैं कि भोपाल से मानसून की विदाई की बात तो काफी हद तक सही है, लेकिन इसे पूरे प्रदेश से मानसून ( monsoon 2019 ) की विदाई नहीं कहा जा सकता।
उनके मुताबिक भोपाल में तक अभी हल्की बारिश सा मौसम बना हुआ है। जबकि प्रदेश के अन्य जिलों में अभी भी बारिश के होने से इनकार नहीं किया जा सकता।

बारिश की स्थिति: मौसम का हाल ( India Meteorological Department ) …
वहीं दूसरी ओर सामने आ रही जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, छिदंवाडा,
शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, अनूपपुर होशंगाबाद, बैतूल, हरदा,
जिलों में कुछ स्थानों पर…
वहीं रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, इंदौर, बुरहानपुर, खरगौन, खंडवा,अलीराजपुर, धार, बडवानी, झाबुआ, रायसेन, भोपाल, राजगढ,सीहोर और विदिशा जैसे जिलों में कहीं कहीं वर्षा या गरज चमक के साथ बौछार की संभावना बनी हुईं हैं।
अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र से तापमान में आई गिरावट, जानिये अब कहां हो सकती है बारिश

जबकि पन्ना, छतरपुर, दमोह, सागर, टिकमगढ, उज्जैन, नीमच, रतलाम,श्योपुरकलां, मंदसौर, शाजापुर, आगर, देवास, गुना, अशोकनगर,दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, मुरैना, भिण्ड जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रह सकता है।

जानें राजधानी भोपाल का हाल…
वहीं भोपाल में सोमवार को मौसम खुला तो दिनभर बादल नहीं छाए और धूप खिली रही।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र अभी भी बना हुआ है जो डिप्रेशन बनने जा रहा है, लेकिन मंगलवार शाम से इसका असर कम होना शुरू हो जाएगा, जिसके बाद तापमान में गिरावट आएगी।

 

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ऐसे होती है कोहरे की पहचान:
सामान्य दिनों में दृश्यता पांच से सात किलोमीटर होती है। पिछले कुछ दिनों से सुबह के वक्त कुहासा देखा जा रहा था और दृश्यता कम हो रही थी।

रविवार सुबह दृश्यता 1200 मीटर दर्ज की गई, लेकिन मौसम विभाग ने इसे कोहरा पडऩा नहीं माना। विभाग के मानक के अनुसार जब दृश्यता 1000 मीटर से कम होती है तब कोहरा पडऩा माना जाता है। इस तरह सोमवार सुबह जब कुहासा घिरा तो दृश्यता केवल 800 मीटर रह गई, जिसके बाद कोहरा पडऩा शुरू माना गया।

अब बढ़ेगी सर्दी…
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र के रविवार को ओमान की ओर जाने की संभावना थी, लेकिन यह अभी भी अरब सागर में ही बना हुआ है और डिप्रेशन बनने वाला है।
इस तरह मंगलवार को भी इसका असर दिख सकता है, लेकिन प्रदेश में सहित राजधानी में बरसात की आशंका नहीं है। मंगलवार शाम से सिस्टम का असर कम होगा, जिसके बाद सर्दी बढ़ सकती है।
सोमवार को शहर में आसमान खुलने के बाद दिन के तापमान में बढ़ोतरी होना शुरू हो गई है। सोमवार शाम शहर का अधिकतम तापमान रविवार की अपेक्षा 1.7 डिग्री बढ़कर 27.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो अब भी सामान्य से पांच डिग्री कम है।
इससे पहले रात के तापमान में एक डिग्री की गिरावट आई और यह 20.7 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.6 डिग्री अधिक रहा।

बताया जाता है कि 23 अक्टूबर से 27 अक्टूबर के बीच न्यूनतम तापमान में लगातार कमी आने की संभावना है। वहीं आगामी दो दिनों में अधिकतम तापमान में भी वृद्धि का अंदेशा है।

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