बेतवा के आंचल को हरा कर गई जलकुंभी
विदिशाPublished: Jul 27, 2021 09:34:39 pm
बेतवा के चरणतीर्थ मंदिर के पास फैली जलकुंभी
बेतवा के आंचल को हरा कर गई जलकुंभी
विदिशा. हमेशा ही ऐसा होता है, जब बारिश का पानी आसपास के क्षेत्रों से बहकर बेतवा में आता है तो नदी में तमाम खरपतवार, जलकुंभी, लकड़ी के ठूंठ सहित अन्य सामान बहकर यहां आ जाते हैं और बेतवा की सतह कभी गंदगी से तो कभी ऐसी ही खरपतवार से भरी दिखाई देने लगती है। इस बार भी ऐसा ही हुआ है, आसपास के क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण सोमवार-मंगलवार की दरम्यिानी रात से बेतवा में जलकुंभी का आना शुरू हुआ और मंगलवार की सुबह वह बहते हुए पुराने पुल के नीचे से होते हुए मुक्तिधाम के रास्ते वाले पैदल पुल के पास तक पसर गई। मुक्तिधाम के पास वाले इस पैदल पुल पर अभी पानी नहीं होने से पूरी जलकुंभी इसी तरह रुककर पसर गई है। अब या तो इसे निकालना पड़ेगा या फिर तेज बारिश के बाद जब पानी पैदल पुल से ऊपर बहने लगेगा तब यह भी उसके साथ बहकर आगे निकल जाएगी। फिलहाल इस जलकुंभी के कारण अभी बेतवा का आंचल इस ओर हरा दिखाई दे रहा है। इसके अलावा विभिन्न घाटों के किनारे भी यह जलकुंभी कहीं कहीं टिकी हुई है, जिससे पानी की सतह पूरी तरह ढंक गई है। मंगलवार को सुबह से मौसम खुलता बरसता सा रहा। कभी हल्की फुहार आ जाती तो कभी धूप निकल आती। इस बीच चौबीस घंटे में विदिशा तहसील मेें मात्र 18 और पूरे जिले में औसत 28.7 मिमी बारिश हुई।