वे सुबह यहां चल रहे श्रमदानियों के साथ कतार में लगे और श्रमदान किया। इस दौरान उन्होंने फावड़े से बेतवा किनारे की मिट्टी और कचरे को भी इकट्ठा कर तगाडिय़ों में भरा जिसे पंक्ति में लगे लोगों ने घाट के किनारे पर इकट्ठा किया। उन्होंने यहां चल रहे श्रमदान कार्य को सराहा। उन्होंने कहा कि जहां राज और समाज मन से नदियों से जुड़ जाए वह नदी कभी नहीं सूखती। पूर्व में जब में यहां आया था तो नदी सूखा मैदान थी आज नदी मेें पानी देखकर खुशी हुई।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता के लिए नपा को अपनी नीति बनाना होगी। विदिशा का राज और विदिशा से जुड़ा समाज सफाई के लिए इन नीतियों का पालन करेगा तो आने वाली पीढ़ी भी उसका पालन करने लगेगी। इस दौरान यहां मौजूद नीति आयोग के सदस्यों को नदियों के फ्लो को स्लो करने की नीति बनाने की तरफ ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि नदियों का फ्लो स्लो करने से बाढ़ व सूखा की स्थिति से बचा जा सकता है।
किया काग पार्क का लोकार्पण
इस दौरान बेतवा मुक्ति समिति द्वारा यहां बनाए गए काग पार्क का उन्होंने लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि नदी किनारे जो कार्य होना चाहिए वह सभी कार्य आप कर रहे हैं। इस दौरान नपाध्यक्ष मुकेश टंडन, एडीएम एचपी वर्मा, एसएटीआई डायरेक्टर जेएस चौहान ने भी संबोधित किया और कौओं की प्रजाति को बचाने की दिशा में इस कार्य को महत्वपूर्ण बताया।
नीति आयोग के सदस्य भी रहे श्रमदान में शामिल
सुबह बेतवा पर हुए श्रमदान में नीति आयोग के सदस्य अमित गौरे, खुशबू खंडेलवाल, हरजिंदर सिंह भी शामिल रहे और बेतवा की स्वच्छता के तगाडिय़ों से कचरा फेंका, फावड़े से नदी से कीचड़ व जलकुंभी निकाली। श्रमदान में एसडीएम रविशंकर राय, बेतवा मुक्ति समिति सचिव मनोज पांडे, बेतवा उत्थान समिति सचिव अतुल शाह, डीपीसी सुरेश खांडेकर सहित प्रमोद व्यास, सुमन सोनी, मंजरी जैन, मिथलेश श्रीवास्तव व विभिन्न संगठनों के सदस्य पदाधिकारी मौजूद रहे।