साथ ही मंदसौर व बासौदा में हुई दुष्कर्म की घटना की निंदा करते हुए आरोपी को फांसी की मांग की है। वहीं दूसरी तरफ कर्मचारी संघ ने एक ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम थाना प्रभारी को दिया है। जिसमें बालिका सुरक्षा हेतु व्यापक सुरक्षा की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि मप्र के समस्त कर्मचारी संगठन एवं मप्र राज्य कर्मचारी संघ बालिकाओं की सुरक्षा हेतु चिंतित है। संघ ने मांग की है कि बलात्कार जैसे घ्रणित कृत्य करने वाले आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए। संघ बालिका शालाओं व महाविद्यालयों के आसपास विशेष सुरक्षा व्यवस्था तैनात करने की मांग करता है। समस्त कन्या शालाओं एवं बालिका छात्रावासों कन्या महाविद्यालयों के मार्ग पर सुरक्षा के हिसाब से बल तैनात किया जाए। जिससे कि अप्रिय घटना घटित न हो। ज्ञापन देने वालों में शफाकत हुसैन कादरी, प्रशांत शर्मा सहित कई मौजूद थे।
स्थानीय घटना के विरोध में कांग्रेस ने किया था प्रदर्शन
लगभग एक सप्ताह पूर्व शहर में भी एक ११ वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ भी दुष्कर्म की घटना घटित हुई थी। इस घटना के बाद संपूर्ण शहर शर्मशार हुआ था और कई सामाजिक संगठनों सहित महिलाएं सड़कों पर आई थी और आरोपियों के विरूद्ध फांसी की मांग की थी साथ ही स्थानीय महिला कांगे्रस ने एक ज्ञापन देकर नगर के महिला विद्यालयों और छात्रावासों के आसपास लगातार पुलिस व्यवस्था की मांग की थी और एसडीओपी ने उन्हे आश्वासन भी दिया था। लेकिन उस दिन के बाद से आज तक कालेजों और स्कूलों के बाहर पुलिस के द्वारा कोई भी सुरक्षा व्यवस्था नहीं लगाई गई है।
साथ स्कूलों और कालेजों के आसपास पुलिस का वाहन भी गश्त करता दिखाई नहीं दिया है। महिलाओं की मांग है कि कालेज और स्कूलों के पास पुलिस बल तैनात किया जाए जिससे कि बच्चियों को कोई परेशानी न हो साथ ही बच्चियों से लगातार स्कूलों और कालेजों में संपर्क करके उन्हे कानून के बारे में जानकारी देते हुए सबसे नंबर उपलब्ध कराए जाएं जिसस यदि कोई इस तरीके की घटना या उन्हे कोई समस्या उत्पन्न हो तो वह तत्काल पुलिस से उस नंबर पर संपर्क कर सकें और उन्हे मदद मिल सके। जब इस संबंध में एसडीओपी देवेन्द्र यादव से संपर्क किया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।