scriptसड़क हादसे में युवक की मौत से आक्रोश, लोगों ने किया जाम | latest hindi news on road accident | Patrika News

सड़क हादसे में युवक की मौत से आक्रोश, लोगों ने किया जाम

locationविदिशाPublished: May 22, 2018 04:48:42 pm

नपा के खिलाफ की नारेबाजी, एसडीएम ने शांत कराया मामला

road accident, accident, vidisha news, vidisha patrika, patrika news, patrika bhopal,

सड़क हादसे में युवक की मौत से आक्रोश, लोगों ने किया जाम

विदिशा। बीती रात ईदगाह चौराहे से रामलीला के ओर जाते समय सड़क हादसे में युवक की मौत से लोग आक्रोशित है। मंगलवार को जिला अस्पताल में शव के पीएम के दौरान लोगों ने इस मौत के लिए नपा की लापरवाही को जिम्मेदार माना और नपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित लोग अस्पताल के पास सड़क पर बैठ गए और जाम कर दिया। इस दौरान एसडीएम ने मामला शांत कराया।

मालूम हो कि बीती रात ईदगाह चौराहे से रामलीला की ओर सड़क पर निर्माणाधीन डिवाइडर के तारों से टकराकर भियाखेड़ी निवासी युवक सोनू यादव बाइक सहित गिर गया था और इस दौरान एक टै्रक्टर-ट्रॉली की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई। सुबह पीएम के दौरान यादव समाज सहित बड़ी संख्या में नागरिक एकत्रित हो गए और इस हादसे के लिए नपा को जिम्मेदार मानते हुए अस्पताल परिसर में प्रदर्शन शुरू कर दिया। वे इस हादसे के लिए डिवाइडर के कार्य में नपा द्वारा बरती जा रही लापरवाही को जिम्मेदार मान रहे हैं।

अस्पताल गेट के पास किया जाम
अस्पताल परिसर में प्रदर्शन की सूचना पर तहसीलदार, टीआई व अन्य राजस्व अधिकारी पहुंचे जिनके समक्ष आक्रोशित लोगों ने सीएमओ के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करनेे, मृतक के परिजनों को दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता एवं परिवार के एक सदस्य को नपा में नौकरी दिलाए जाने की मांग की और जिला अस्पताल गेट के सामने सड़क पर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा के जिलाध्यक्ष शिवराजसिंह यादव राजेश यादव, रतनसिंह यादव, नरेंद्र यादव, मोहन यादव सहित बड़ी संख्या में समाजजन एवं किसान नेता मोहरसिंह रघुवंशी मौजूद रहे। इस दौरान एसडीएम रविशंकर राय पहुंचे। उन्होंने पीडि़त परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने के अलावा आर्थिक मदद दिलाने मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान के तहत प्रकरण बनाने व अन्य मांगों के लिए आश्वस्त कर मामला शांत कराया।

बिलखते रहे माता-पिता
प्रदर्शन के दौरान अस्पताल परिसर में सोनू यादव के वृद्ध पिता पर्वतंिसंह यादव के आंसू नहीं रुक रहे थे। वह बुरी तरह बिलख रहा था। समाज के लोग उसे सहारा दिए रहे। वहीं सोनू की मां का भी बुरा हाल था। समाजजनों ने बताया कि सोनू तीन भाइयों में सबसे बड़ा था और मजदूरी करने विदिशा आता था। गांव वापस लौटते समय यह हादसा हो गया। अगर डिवाइडर के सरिए बाहर नहीं निकले होते तो उसकी जान नहीं जाती।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो