इस हादसे से हड़कम्प मच गया। घायलों को आनन-फानन में कुरवाई भेजा गया।वहां घायलों के लिए पर्याप्त जगह थी और न उपचार के साधन। कोई घायल फर्श पर लेटा दिया तो कोई बरामदे में ही पड़ा रहा। छिटपुट चोट वालों की तो कहीं कोई पूछ ही नहीं थी। बाद में प्राथमिक उपचार का १९ घायलों को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। कुरवाई अस्पताल में चार घायलों को छोड़कर शेष सभी अपना प्राथमिक उपचार कराकर चले गए।
कल भी मैंने टोका था पर ड्राइवर नहीं माना
बस क्लीनर की जुबानी…
मेहलुआ चौराहे के पास ग्राम बरवाई से मात्र ३०० मीटर दूर ये हादसा सुबह ८.३० बजे हुआ। अशोकनगर की ओर से आ रही बस में करीब ६० से ज्यादा सवारियां थीं। बस स्टॉप कुछ ही दूर रह गया था, इसी बीच सामने से आते ट्रक को देखकर क्रासिंग के लिए मैंने बेल(घंटी) बजाई। लेकिन ट्रक की ओर सामने देखकर गाड़ी बचाने की बजाय बस ड्राइवर गुलशन ने पीछे मुड़कर देखा और जब तक वह फिर पलटता, तब तक बस की ट्रक से जोरदार टक्कर हो चुकी थी। मैं उसे हमेशा कहता था कि जब मैं बेल बजाया करूं तो तुम पीछे नहीं सामने देखा करो। कल भी मैंने टोकाथा, लेकिन वो नहीं समझे।
(जैसा कि बस क्लीनर कुलदीप जोगी ने जिला अस्पताल में पत्रिका को बताया)
बस ड्राइवर समेत तीन की मौत
बस हादसे में बस ड्राइवर 47 वर्षीय गुलाशन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कुरवाई में ५५ वर्षीय गजराज सिंह की मौत हो गई। विदिशा आते ही निपानिया निवासी ४२ वर्षीय पप्पू साहू ने भी दम तोड़ दिया। पप्पू के परिजन उसका शव ले जाने के लिए शासकीय वाहन की तलाश में काफी देर बैठे रहे।
ट्रक ड्राइवर बोला-हमें कुछ समझने का वक्त ही नहीं मिला
इस हादसे में ट्रक ड्राइवर पंचम सिंह जादौन और ट्रक क्लीनर विक्की सिकरवार भी घायल हुए हैं। दोनों का उपचार जिला चिकित्सालय में चल रहा है। पंचम ने पत्रिका को बताया कि वे अपने ट्रक में चना भरकर बासौदा से दिल्ली जा रहे थे। हम अपनी साइड से जा रहे थे कि बरवाई के पास गलत साइड से सामने से आती बस ने टक्कर मार दी। घटना के समय ड्राइवर का ध्यान सामने की ओर नहीं था। हमें समझ ही नहीं आया कि अचानक हम कैसे बचें।
ये हुए गंभीर घायल
मलखान सिंह इमलिया 37 वर्ष, करण सिंह अहिरवार, आशीष साहू बस कंडक्टर(तीनों भोपाल रेफर) पंचम सिंह कैलारस 42, विक्की सिकरवार 16, आशीष साहू अशोकनगर 30, राजू सहरिया 35, सुरेन्द्र कुशवाह छीरखेड़ा 18, रौनक बासौदा 8, विनोद कुशवाह मुंगावली 26, अनिकेत 3, बैजयंती बाई उदयपुर 25, जितेन्द्र अहिरवार उदयपुर 18, अभिषेक 2 वर्ष, विवेक 8वर्ष, विष्णु पटवा खूजा 27, जितेंद्र कुमार उदयपुर, घनश्याम सिंह गुर्जर खूबपुरा, राजेश कुमार सेन।