प्राप्त जानकारी के अनुसार किसानों की समस्याओं को लेकर ब्लाक कांग्रेस के प्रदर्शन की जानकारी लगते ही प्रशासनिक अधिकारी पहले ही मौके पर पहुंच गए थे। इस बीच नायब तहसीलदार आनंद जैन ने समर्थन मूल्य खरीदी केन्द्र पर उपस्थित स्टाक आदि की। जांच कर वहां मौजूद किसानों की उपज का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें चने के बोरे बिना किसी मालिक के रखे होने की जानकारी मिली।
किसान वैसे भी चना तुलाई को लेकर परेशान है। किसानों का कहना है कि उन्हें वैसे भी चना तुलाई का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। कई बार अन्य कारणों के चलते किसानों को तुलाई केंद्र से वापस भेज दिया जाता है। जिससे किसानों को खासा परेशान होना पड़ रहा है। किसानों अपनी इस समस्या को लेकर कई बार हड़ताल और हंगामा भी कर चुके है। हर बार उन्हें दिलासा देकर चुप करा दिया जाता है और आगे कोई काम नहीं होता।
इस विषय पर भी वहां उपस्थित किसानों से जानकारी ली, लेकिन किसी ने भी उक्त चने को अपना नहीं बताया। केन्द्र प्रभारी ने भी उक्त चने को अपना नहीं बताया। हम्मालों ने भी चने के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की। जिस पर नायब तहसीलदार ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर उक्त लावारिश चने के 219 बोरों का पंचनामा बनाकर उन्हें मंडी समिति की निगरानी में दे दिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
इस संबंध में तहसीलदार आरके सिंह का कहना है कि उक्त माल को सुरक्षित रखवा दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है यदि कोई उसे अपना बताता है तो उसकी विधिवत जांच की जाएगी। मामले की तह तक जाने के लिए जानकारी जुटाई जा रही है।