आबूरोड : कार लूट के आरोपी पीसी रिमांड पर
सिरोहीPublished: Feb 16, 2017 10:57:00 am
सप्ताहभर पूर्व हुई कार लूट की वारदात के आरोपियों को सदर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को न्यायालय से दो दिन के पीसी रिमांड पर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से गहन पूछताछ शुरू कर दी है।
आबूरोड : कार लूट के आरोपी पीसी रिमांड पर
सप्ताहभर पूर्व हुई कार लूट की वारदात के आरोपियों को सदर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को न्यायालय से दो दिन के पीसी रिमांड पर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से गहन पूछताछ शुरू कर दी है।
सदर सीआई सुमेरसिंह के अनुसार आरोपियों ने गत गुरुवार की अलसुबह कुई-सांगणा के पास वारदात को अंजाम दिया था। अहमदाबाद के कार चालक से मोबाइल व कार लूटकर फरार हो गए। वारदात की सूचना मिलते ही नाइट ड्यूटी पर लगे एएसआई चूनाराम ने तत्काल नाकाबंदी करवाई। नाकाबंदी के दौरान आरोपी कटाऊ (डूंगरपुर) निवासी शेरू मिरासी पुत्र प्रभुलाल मिरासी व सावर (अजमेर) निवासी खमनौर (राजसमंद) में पकड़े गए। कार से बारह बोर का कट्टा बरामद होने से राजसमंद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। सदर पुलिस ने आरोपी आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर आबूरोड लाने के बाद न्यायालय में पेश किया, जहां से न्यायालय ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है।
प्लानिंग के साथ दिया था वारदात को अंजाम
मामले में जांच अधिकारी एएसआई चूनाराम के अनुसार अहमदाबाद में मेमनगर निवासी चालक देवीलाल पुत्र नारूराम मीणा गत 8 फरवरी की शाम अपनी कार लेकर अहमदाबाद में कालूपुर रेलवे स्टेशन पर खड़ा था। उस दौरान दो युवाओं ने देवीलाल के पास जाकर कहा कि उनकी बुआ का निधन हो गया है और उन्हें अम्बाजी से तीस किलोमीटर दूर गांव जाने के लिए कार किराए पर चाहिए। किराया प्रति किलोमीटर नौ रुपए तय होनेे के बाद दोनों ने चालक से कहा कि वह रात दस बजे चिलोड़ा चौकड़ी पहुंच जाए। चालक दस बजे वहां पहुंचा तो दोनों उसमें सवार हो गए। हिम्मतनगर पहुंचने पर कार में सवार दोनों युवकों ने खाना खाया और शराब पी। चालक को भी खाना खिलाया। बाद में अम्बाजी होतेे हुए, सियावा पहुंचे। सियावा पहुंचकर बताया कि वे गांव का रास्ता भूल गए हैं और कार चालक को इधर-उधर काफी घुमाया। बाद में कुई-सांगणा रोड पर ले गए।
चालक से मोबाइल व कार लूटकर फरार
रास्ते में दोनों युवा संदिग्ध लगने से चालक उनकी बातचीत सुनता रहा। जब चालक को लगा कि वे दोनों उसका काम तमाम करने वाले है तो उसने अचानक कार को ब्रेक कर दिया और थोड़ा सा बैक लेकर कार से उतरा तो कार में सवार दोनों युवकों ने उसे पकड़कर मोबाइल लूट लिया। जैसे ही कार चालक पास में स्थित नरसाराम गरासिया के घर की ओर भागा, दोनों युवक कार लेकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने नाकाबंदी करवाई तो दोनों आरोपी खमनौर (राजसमंद) में पकड़े गए। राजसमंद पुलिस ने कार की तलाशी ली तो बारह बोर का देशी कट्टा मिलने पर दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। सदर पुलिस दोनों को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर आबूरोड ले आई। रिमांड अवधि पूरी होने पर दोनों को फिर से न्यायालय में पेश किया जाएगा।
शेरू है वारदात का मुख्य सरगना
प्रथम दृष्ट्या पूछताछ में पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार शेरू मिरासी अहमबादा के एक होटल में काम करता था और कुलदीप शर्मा मार्केटिंग का काम करता होने से अक्सर वहां खाना खाने जाता था। दोनों के बीच दोस्ती होने के बाद शेरू ने कार लूटने का प्लान बनाया और लूट की कार चलाकर ले आने के लिए कुलदीप शर्मा को दस हजार रुपए देने की बात तय की। प्लान के मुताबिक ही दोनों ने वारदात को अंजाम दिया, लेकिन खमनौर (राजसमंद) में नाकाबंदी के दौरान दोनों धरे गए।
चालक को चोर मानकर दिया धक्का
कार चालक देवीलाल जैसे ही दोनों बदमाशों से बचने के लिए भागकर सांगणा में नरसाराम के घर में घुसा तो घर में सोये नरसाराम के परिजन अचानक जाग गए और उसे जोरदार धक्का दिया। देवीलाल ने मिन्नत करते हुए उन्हें बताया कि वह चोर नहीं है। फिर आपबीती बताई तो नरसाराम ने भी उसका सहयोग किया और सुबह नौ बजे सदर थाने साथ ले आया और रिपोर्ट दर्ज करवाने में देवीलाल की मदद की।